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🌺🪴स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे🪴🌺 अजवाइनबेहद गुणकारी पौधा.. लेकिन है क्या कोन सा पौधा हे ये…अजवाइन की पत्तियों में संतुलित रूप से आयरन, सोडियम, पोटैशियम और कैल्शियम पाया जाता है, जो यूरीन से संबंधी समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। इसकी पत्तियों के इस्तेमाल से मस्तिष्क और पाचन नली में किसी भी तरह के सूजन और संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।बारिश या फिर सर्दी का मौसम अजवाइन के पौधे को लगाने के लिए उपयुक्त समय है। दरअसल बारिश के मौसम में गर्माहट और ठंडक दोनों रहती है, जो पौधे के लिए नुकसानदायक नहीं है।जब पौधा ग्रो करने लगे तो इसे नियमित रूप से धूप दिखाएं. शुरुआत में इसे बस दो घंटे के लिए धूप में रखें. -जब अजवाइन का पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो इसे चौड़े गमले में शिफ्ट कर दें. -बारिश या सर्दी का मौसम अजवाइन के पौधे को लगाने के लिए अच्छा समय हैअजवाइन के हरे पत्ते को ओरेगेनो (Oregano) के नाम से जाना जाता है। हां यह वही हर्ब है जिसको आप अपने पिज़्ज़ा के ऊपर शामिल कर बड़े चाव से इसका सेवन करती हैं। खास बात यह है कि अजवाइन के इस पौधे को उगाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती आप चाहे तो इसे अपनी रसोई के गार्डन में किसी भी गमले में होगा सकती हैं।अजवाइन के कंटेनर को धूप वाली जगह पर रखें ।बर्तन को धूप वाली खिड़की पर रखने की कोशिश करें। आपके अजवाइन को 6 से 7 घंटे धूप की जरूरत होती है। यदि आपके पास एक इनडोर स्थान नहीं है जो पर्याप्त धूप प्राप्त करता है, तो संयंत्र के पास एक एलईडी या फ्लोरोसेंट के साथ एक दीपक रखें और इसे कुछ घंटों के लिए चालू करें। By वनिता कासनियां पंजाब.

🌺🪴स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे🪴🌺                 अजवाइन बेहद गुणकारी पौधा.. लेकिन है क्या कोन सा पौधा हे ये… अजवाइन  की पत्तियों में संतुलित रूप से आयरन, सोडियम, पोटैशियम और कैल्शियम पाया जाता है, जो यूरीन से संबंधी समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। इसकी पत्तियों के इस्तेमाल से मस्तिष्क और पाचन नली में किसी भी तरह के सूजन और संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।बारिश या फिर सर्दी का मौसम अजवाइन के पौधे को लगाने के लिए उपयुक्त समय है। दरअसल बारिश के मौसम में गर्माहट और ठंडक दोनों रहती है, जो पौधे के लिए नुकसानदायक नहीं है।जब पौधा ग्रो करने लगे तो इसे नियमित रूप से धूप दिखाएं. शुरुआत में इसे बस दो घंटे के लिए धूप में रखें. -जब अजवाइन का पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो इसे चौड़े गमले में शिफ्ट कर दें. -बारिश या सर्दी का मौसम अजवाइन के पौधे को लगाने के लिए अच्छा समय हैअजवाइन के हरे पत्ते को ओरेगेनो (Oregano) के नाम से जाना जाता है। हां यह वही हर्ब है जिसको आप अपने पिज़्ज़ा के ऊपर शामिल कर बड़े चाव से इसका सेवन करती हैं। खास बात यह है कि अजवाइन के इस पौधे को उगाने के लिए ज्यादा मेहनत नही

🌺🪴स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे 🪴 🌺 2 रुपये के कपूर से बदल सकती है आपकी जिंदगी, बहुत कम लोग जानते हैं इसके चमत्कारी फायदे By वनिता कासनियां पंजाब 2 रुपये के कपूर से बदल सकती है आपकी जिंदगी, बहुत कम लोग जानते हैं इसके चमत्कारी फायदेBenefits of Camphor: प्राकृतिक कपूर बेशक हम सभी के घरों में इस्तेमाल किए जाते हैं लेकिन बाजारों में दो रुपये में मिलने वाले इस कपूर के कुछ ऐसे चमत्कारी फायदें हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं.Benefits of Camphor: हम सभी के घरों में कपूर का व्यापक इस्तेमाल होता है. बाजारों में आमतौर पर दो तरह के कपूर मिलते हैं. एक प्राकृतिक कपूर होता है और दूसरा कृत्रिम कपूर होता है. पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने वाला कपूर प्राकृतिक होता है जबकि कपड़ों में कृत्रिम कपूर रखा जाता है. ये कृत्रिम कपूर कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल करके बनाया जाता है ताकि अलमारी में ज्यादा दिनों से रखे कपड़ों में बदबू न फैले. लेकिन, इन दोनों ही कपूर में एक कॉमन बात ये है कि इनकी गंध काफी तेज होती है, जिसे दूर से ही महसूस किया जा सकता है. प्राकृतिक कपूर बेशक हम सभी के घरों में इस्तेमाल किए जाते हैं लेकिन बाजारों में दो रुपये में मिलने वाले इस कपूर के कुछ ऐसे चमत्कारी फायदें हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं.एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है कपूरप्राकृतिक कपूर एक ज्वलनशील तैलीय पदार्थ है और इसे भीमसेनी कपूर के नाम से भी जाना जाता है. आपको जानकर शायद हैरानी होगी कि घर में कपूर जलाने के भी कई फायदे हैं. कपूर जलाने से जो गंध आती है, वो हमारे लिए काफी अच्छी होती है. कपूर में कई प्रकार के एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जिससे कई तरह के रोगों के उपचार में जबरदस्त मदद मिलती है. आइए जानते हैं कपूर के फायदे.कपूर से होने वाले फायदेअगर आप सिरदर्द से परेशान हैं तो कपूर के साथ शुण्ठी, अर्जुन की छाल और सफेद चंदन को पीस लें और इसका लेप बना लें. ध्यान रखें कि इन सभी चीजों की मात्रा बराबर हो. इस लेप को माथे पर लगाने से सिर दर्द में काफी आराम मिलता है.प्यूबर्टी के वक्त लड़कों और लड़कियों दोनों के चेहरे में बड़ी संख्या में मुंहासे हो जाते हैं. कुछ बच्चों के मुंहासे तो जल्दी ठीक हो जाते हैं लेकिन कुछ बच्चों को लंबे समय तक ये मुंहासे परेशान करते हैं. ऐसे में एंटी-बैक्टीरियल गुणों वाला कपूर का तेल काफी फायदेमंद साबित होता है. ये न सिर्फ मुंहासों को ठीक करता है बल्कि उनके दोबारा पनपने पर भी रोक लगाता है.मुंहासों, फोड़े-फुन्सी से चेहरे पर होने वाले दाग कोई पसंद नहीं करता है. अगर किसी व्यक्ति के चेहरे पर ऐसे दाग हैं तो वे नारियल के तेल में कपूर मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं. इस तरह के दाग पर नारियल तेल और कपूर का ये मिश्रण काफी लाभकारी है. इसके साथ ही ये चेहरे की त्वचा को भी स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है.बढ़ते प्रदूषण और खराब पानी के इस्तेमाल से लोगों में बाल झड़ने की समस्या काफी बढ़ रही है. इसके अलावा आज के समय में काफी लोग रूसी की समस्या से भी परेशान हैं. ऐसे लोग नारियल के तेल में कपूर मिलाकर बालों में लगाएं तो उन्हें काफी लाभ मिलता है. ये न सिर्फ आपके सिर में रूसी को कंट्रोल करेगा बल्कि गिरते बालों के लिए काफी फायदमेंद रहेगा.सर्दी-जुकाम होने पर गरम पानी में कपूर डालकर भाप लेने से काफी राहत मिलती है. इसके अलावा खांसी होने पर सरसों या तिल के तेल में कपूर मिलाकर रखने के बाद पीठ और छाती पर हल्के हाथों से की जाने वाली मालिश बहुत राहत पहुंचाती है

🌺🪴स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे 🪴 🌺 2 रुपये के कपूर से बदल सकती है आपकी जिंदगी, बहुत कम लोग जानते हैं इसके चमत्कारी फायदे By  वनिता कासनियां पंजाब Benefits of Camphor: प्राकृतिक कपूर बेशक हम सभी के घरों में इस्तेमाल किए जाते हैं लेकिन बाजारों में दो रुपये में मिलने वाले इस कपूर के कुछ ऐसे चमत्कारी फायदें हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं. Benefits of Camphor: हम सभी के घरों में कपूर का व्यापक इस्तेमाल होता है. बाजारों में आमतौर पर दो तरह के कपूर मिलते हैं. एक प्राकृतिक कपूर होता है और दूसरा कृत्रिम कपूर होता है. पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने वाला कपूर प्राकृतिक होता है जबकि कपड़ों में कृत्रिम कपूर रखा जाता है. ये कृत्रिम कपूर कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल करके बनाया जाता है ताकि अलमारी में ज्यादा दिनों से रखे कपड़ों में बदबू न फैले. लेकिन, इन दोनों ही कपूर में एक कॉमन बात ये है कि इनकी गंध काफी तेज होती है, जिसे दूर से ही महसूस किया जा सकता है. प्राकृतिक कपूर बेशक हम सभी के घरों में इस्तेमाल किए जाते हैं लेकिन बाजारों में दो रुपये में मिलने वाले इस कपूर के कुछ ऐसे चमत्कारी फायदें

कसर हम सभी जल्दी वज़न कम करने की कोशिश में फैड डाइट या सपलीमेंट लेकर अपना वज़न तो कम करते हैं, लेकिन पीछे छूट जाती है लटकती हुई स्किन। हालांकि, यह उन लोगों के साथ भी होता है, जो किसी बीमारी से जूझ रहे होते हैं और उसकी वजह से उनका वज़न अचानक से कम हो जाता है। जिसकी वजह से त्वचा लटक जाती है।यह एक आम समस्या है और किसी के साथ, बिना किसी कारण के भी हो सकती है। हां… जो लोग ज़्यादा सक्रिय रहते हैं और अपनी फ़िटनेस को लेकर सजग हैं उनमें ये देखने को नहीं मिलता है। तो यदि आपके शरीर का भी कोई हिस्सा जैसे बाहें, पेट, पैर या गर्दन लटकने लगें हैं और आपको समझ नहीं आ रहा है कि इसके लिए कौन सी एक्सरसाइज़ करनी चाहिए, तो हमारे पास है इसका जवाब।जानिए अपनी कसीं टाइट करने के लिए कुछ प्रभावी एक्सरसाइज़1. बारबेल बेंच प्रेस (Barbell Bench Press)एक बेंच पर अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को फर्श पर टिकाएं।अपने दोनों हाथों से बारबेल को पकड़ें।व्यायाम शुरू करने के लिए वजन को अपनी छाती के अनुरूप लाने के लिए अपनी कोहनी मोड़ें।सीधे देखें और बारबेल को ऊपर की ओर छत की ओर ले जाएं।एक रैप को पूरा करने के लिए इसे वापस प्रारंभिक स्थिति में लाएं। इसे 15-20 बार करें।2. पुश अप्स (Push-Ups)सबसे पहले आप एक प्लैंक स्थिति में आएं। अपने शरीर, सिर और पैर की उंगलियों को तटस्थ रखें।अपनी कोहनियों को मोड़ते हुए अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को जमीन की ओर नीचे करें।जब तक आप जमीन से लगभग छह इंच दूर न हों तब तक नीचे जाएं।एक पुश – अप करने के बाद इसे दोबारा करें। आप इसे 10 – 10 के सेट में कर सकती हैं।पुश अप करने से आपकी स्किन में कसावट आएगी। चित्र : शटरस्टॉक3. डंबल रेज़ (Dumbbell Raise)अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई के बराबर रखकर सीधे खड़े हों और हर हाथ में एक डंबल पकड़ें।अपनी हथेलियों को नीचे की ओर रखते हुए उन्हें अपने कंधे के स्तर पर लाने के लिए अपने हाथों को बग़ल से उठाएं। आपका शरीर एक टी-आकार में होना चाहिए।इस स्थिति में 2-3 सेकंड के लिए रुकें, फिर अपने हाथों को नीचे करें।इसे 20-30 बार दोहराएं।4. पेल्विक थ्रस्ट (Pelvic Thrust)पैल्विक थ्रस्ट आपके पेट की मांसपेशियों में तनाव पैदा करती है।सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं और पैरों को ऊपर की ओर 90 डिग्री पर उठा लें।जब आपके पैर पूरी तरह से ऊपर हो जाएं तो अपनी कमर को भी फर्श से ऊपर उठाएं।इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराएं।5. लेग रेज़ (Leg Raise)जमीन पर कमर के बल लेट जाएं और अपने पैरों और हाथों को टाइट रखें।पैरों को टाइट रखें और उन्हें फर्श से 90 डिग्री ऊपर उठाएं।जितना हो सके अपने पैरों को सीधा और टाइट रखें। अब इन्हें धीरे-धीरे नीचे की ओर तब तक लाएं जब तक ये फर्श के करीब न आ जाएं।पैरों को ऊपर उठाने और फिर उन्हें नीचे लाने की प्रक्रिया को दोहराएं।इन एक्सरसाइज़ को हर रोज़ करने से आपकी स्किन को टाइट बनने में मदद मिलेगी।यह भी पढ़ें : बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम

कसर हम सभी जल्दी वज़न कम करने की कोशिश में फैड डाइट या सपलीमेंट लेकर अपना वज़न तो कम करते हैं, लेकिन पीछे छूट जाती है लटकती हुई स्किन। हालांकि, यह उन लोगों के साथ भी होता है, जो किसी बीमारी से जूझ रहे होते हैं और उसकी वजह से उनका वज़न अचानक से कम हो जाता है। जिसकी वजह से त्वचा लटक जाती है। यह एक आम समस्या है और किसी के साथ, बिना किसी कारण के भी हो सकती है। हां… जो लोग ज़्यादा सक्रिय रहते हैं और अपनी फ़िटनेस को लेकर सजग हैं उनमें ये देखने को नहीं मिलता है। तो यदि आपके शरीर का भी कोई हिस्सा जैसे बाहें, पेट, पैर या गर्दन लटकने लगें हैं और आपको समझ नहीं आ रहा है कि इसके लिए कौन सी एक्सरसाइज़ करनी चाहिए, तो हमारे पास है इसका जवाब। जानिए अपनी कसीं टाइट करने के लिए कुछ प्रभावी एक्सरसाइज़ 1. बारबेल बेंच प्रेस (Barbell Bench Press) एक बेंच पर अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को फर्श पर टिकाएं। अपने दोनों हाथों से बारबेल को पकड़ें। व्यायाम शुरू करने के लिए वजन को अपनी छाती के अनुरूप लाने के लिए अपनी कोहनी मोड़ें। सीधे देखें और बारबेल को ऊपर की ओर छत की ओर ले जाएं। एक रैप को पूरा करने क

🌺🌿स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे🌿🌺कब्ज (CONSTIPATION): BY वनिता कासनियां पंजाब कारण, लक्षण और घरेलू उपचारआज के समय में कब्ज (constipation) एक ऐसी समस्या हो चूँकि है, जो लगभग हर घर में, हरेक उम्र के लोगों में और हर जगह पर पायी जा रही है। कब्ज के कारण इसके मरीज का पेट अच्छी तरह साफ नही होता, पेट में अपच और भारीपन के साथ-साथ दर्द और मल त्यागने में काफी मुश्किल होती है। कई बार तो इसकी वजह से ग्रसित व्यक्ति को बार-बार शौच जाना पड़ता है, जिससे की पेट साफ हो सके। कब्ज के कारण और पेट साफ नही होने के कारण पूरे दिन थकान और मन परेशान रह्ता है। जिससे किसी भी काम में मन नही लगता। कब्ज में मल त्यागने के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ता है और घंटो-घंटो शौचालय में बैठना पड़ता है। पेट के भरी होने के कारण कुछ भी खाना अच्छा नही लगता और खाना-पीना भी सोच समझ कर ही खाना पड़ता है। कब्ज के कारण पेट और पाचन से जुड़ी बहुत सी बीमारियाँ भी होने लगती है। ऐसे में कोशिश करनी चाहिए की जितनी जल्दी हो सके इससे छुटकारा पाया जा सके। कब्ज के लिए घरेलू उपचार का सेवन बहुत ही लाभदायक होता है। ऐसे में इसी समस्या का कारण, लक्ष्ण और घरेलू उपचार के बारे में बात करेंगे। कब्ज क्या है?- What is Constipation in Hindi :-कब्ज-Constipation-कारण-लक्षण-और-घरेलू-उपचारदोस्तों क्या आप जानते है की आयुर्वेद में शरीर को वात, पित्त और कफ के संतुलन के अनुसार मापा जाता है। आयुर्वेद कहता है कि शरीर का संतुलन इसके संतुलन पे ही निर्भर करता है। अगर इनमें असंतुलन हुआ तो शरीर बहुत से रोगों से घिर सकता है। कब्ज की प्रकृति वातदोष से दूषित होने के फलस्वरूप होती है। आजकल के प्रदूषित जल, वायु और बदलते खानपान के साथ जीवनशैली में जो परिवर्तन हो रहे है, उनके परिणामों में से एक है "कब्ज" (Constipation)। कब्ज में खान-पान के अनियंत्रण और पचने में परेशानी के कारण जठराग्नि मंद पड़ जाती है। जिससे कि हमारा पाचनतंत्र सही ढंग से काम नही करता और परिणामस्वरूप खाना नही पचता। कब्ज में मल कठोर एवं सूखा हो जाता है और सही समय पर, सही मात्रा में नही होता है।कब्ज होने मुख्य कारण क्या है? कब्ज होने कई कारण है, जिनमें से 11 मुख्य कारणों की चर्चा हम करते हैं।1. प्रतिदिन की दिनचर्या का अनियमित होना।2. मैदेयुक्त और तेल मसालेयुक्त भोजन का सेवन करना।3. पानी कम पीना और तरल पदार्थों के सेवन की कमी।4. भोजन का समय सुनिश्चित नही करना अर्थात रोजाना खाने का समय एक जैसा नही होना।5. चाय, कॉफ़ी, जैसे कैफीन युक्त का अधिक सेवन, साथ ही सिगरेट, तम्बाकू, शराब जैसी चीजों का सेवन।6. सुबह का नाश्ता ना लेना या सुबह में ज्यादा देर तक खाली पेट रहना। साथ ही रात का खाना ज्यदा देर से करना (Late Night), जिससे भोजन पच नही पाता है।7. अधिक भोजन (Over eating) का सेवन करना।8. पेन किलर (दर्द निवारक) जैसी दवाओं के अत्यधिक सेवन से।9. फ्रीज का पानी या बहुत ठंडी चीजों के उपयोग से।10. थायरायड, पीसीओडी (PCOD) जैसे हार्मोन असंतुलन वाले बीमारियों के कारण।11. डायबीटीज और बहुत से क्रोनिकल बीमारियों के कारण। गर्भावस्था के कारण और कोलोन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के कारण एवं पेट और पाचनतंत्र से जुड़े बीमारियों के कारण। कब्ज के लक्षण - Constipation Symptoms in Hindi :- कोई व्यक्ति कब्ज से पीड़ित है इसकी पहचान कैसे करें। आइये इन लक्षणों को देखकर समझते हैं या जानने की कोशिश करते है। * पेट में गैस बनना, दर्द रहना एवं भारीपन रहना। * मल त्याग करने में जोर लगाना पड़े और मल का कड़ापन होना। दो-तीन दिन तक मल त्याग नही होना। पेट में बदहजमी एवं खट्टे डकारे आना। * सिर में और पूरे बदन में दर्द रहना, बिना वजह आलस्य बने रहना। किसी भी कार्य में मन ना लगना। * मुँह से गन्दी बास या दुर्गन्ध आना, मुँह में गर्मी के छाले पड़ जाना, उलटी या मिचली आना भूख कम लगना, खाने का स्वाद अच्छा नही लगना। कब्ज से राहत पाने के 11 घरेलू उपचार - 11 Home Remedies for Constipation in Hindi :-1. घी और दूध से कब्ज का उपचार :-रात को सोने से पहले गरम दूध में एक चम्मच घी मिक्स कर लें। इसे पीने से मल त्याग अच्छे से होगा और कोई परेशानी भी नही होगी। 2. त्रिफला चूर्ण का सेवन कब्ज में लाभदायक :-कब्ज-Constipation)-कारण-लक्षण-और-घरेलू-उपचारकब्ज के लिए रात को सोने से पहले गरम पानी के साथ एक या दो छोटी चम्मच त्रिफला चूर्ण लें।इसके प्रतिदिन सेवन से कुछ ही दिनों में पुराना से पुराना कब्ज भी ठीक हो जाता है। आप चाहे तो त्रिफला चूर्ण अपने घर में ही बना सकते है। इसके लिए 20 ग्राम त्रिफला, 20 ग्राम आजवाइन और सेंधा नमक को बराबर-बराबर मात्रा में मिक्स करके पाउडर बना लें। अब इसे स्टोर करके आप रख सकते है और जरुरत के अनुसार उपयोग कर सकते है। 3. अलसी (Flexi Seeds) का सेवन :-कब्ज-Constipation-कारण-लक्षण-और-घरेलू-उपचारकब्ज में अलसी बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका पाउडर बना लें और इसका सेवन प्रतिदिन एक चम्मच गरम पानी के साथ जरुर करें। बहुत ही जल्द कब्ज से राहत मिल जाएगा। आप चाहें तो इसका पाउडर सॉस या चटनी के रूप में अपने प्रतिदिन के खाने में शामिल कर सकते है। कब्ज के लिए अलसी का तेल भी बहुत उपयोगी होता है।इसे भी पढ़े : बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम 4. किशमिश का सेवन :-कब्ज में किशमिश या मुनक्का बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके 10-15 दाने रात भर पानी में भिंगो दे और सुबह इन दानों को दूध में उबालकर पिये। इससे कब्ज में राहत मिलती है।5. बेल के शर्बत का सेवन :-कब्ज के मरीजों को बेल का फल या बेल की शर्बत सुबह-सुबह खाली पेट सेवन करने से बहुत लाभ प्राप्त होता है। 6. फाइबर युक्त फलों का सेवन :-पपीता कच्चा या पका, सेव, अमरूद और नाशपाती जैसे फल फाइबर युक्त होते है और इनके सेवन से कब्ज की समस्या बहुत हद तक दूर हो जाती है।7. हरी सब्जियों-एवं सागों का सेवन :-हरी सब्जियों और सागों में फाइबर भरपूर होता है। इनके सेवन से हमारा पाचनतंत्र भी ठीक हो जाता है। जिससे कब्ज में राहत मिलती है। पालक और बथुया के साग में लैक्सटिव गुण पाए जाते है, जो मल त्यागने में बहुत ही सहायक होते है।8. अरंडी के तेल का सेवन :-अरंडी के तेल को एक गिलास गर्म दूध के साथ मिलाकर रोजाना रात को पीने से कब्ज में बहुत ही राहत मिलती है।9. शहद का सेवन :-शहद में लैक्सटिव गुण पाए जाते हैं, जिससे इसका उपयोग कब्ज में बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। एक ग्लास गर्म दूध के साथ एक चम्मच शहद रात को पिये और सुबह इससे होने वाले फायदे को देखें। आप चाहे तो शहद को गर्म पानी के साथ भी ले सकते है।10. सूखे मसालों (जीरा, सौफ, आजवाइन) का सेवन :-कब्ज-Constipation-कारण-लक्षण-और-घरेलू-उपचारसमान मात्रा में सौफ, आजवाइन और जीरा को सूखे ही धीमी आँच पर भून लें और इसका पाउडर बना लें। फिर इसे गर्म पानी के साथ एक या दो चम्मच अपनी जरुरत के अनुसार रोजाना लें और फिर इसके फायदे देखें। इसके सेवन से गैस की समस्या भी दूर होती है। पाचन क्रिया भी दुरुस्त हो जाती है। जिसके परिणामस्वरूप कब्ज की समस्या बहुत हद तक कम हो जाती है।11. मुलेठी का सेवन है लाभकारी :-कब्ज-Constipation-कारण-लक्षण-और-घरेलू-उपचारकब्ज में मुलेठी का पाउडर या चूर्ण गर्म पानी और गुड के साथ लेने से बहुत लाभकारी होता है। मुलेठी कब्ज से राहत के लिए बहुत ही असरदार होता है। नोट :- कब्ज में कुछ बातों का परहेज क ईर के हम इससे छुटकारा पा सकते है। आइये देखते है-* मैदे से बनी चीजों और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों का सेवन बिलकुल ना करें। ,* कब्ज रोग में ऐसे आहार का सेवन ना करें जो अधिक तेल-मसालेयुक्त हो।* दूध, पनीर, आइसक्रीम जैसे पदार्थो का सेवन कम से कम करना चाहिए। अंत में,आपने इस लेख में जाना, कब्ज क्या है, इसके लक्षण कौन-कौन से होते है और कैसे घरेलू उपचारों से इससे छुटकारा पा सकते है। आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी, हमे कमेंट करके जरुर बताएं और साथ ही जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों में शेयर भी करें। ऐसे ही रोचक जानकारियों के लिए हमसे जुड़े रहे है।धन्वाद

🌺🌿स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे🌿🌺  कब्ज (CONSTIPATION): By  वनिता कासनियां पंजाब कारण, लक्षण और घरेलू उपचार आज के समय में कब्ज (constipation) एक ऐसी समस्या हो चूँकि है, जो लगभग हर घर में, हरेक उम्र के लोगों में और हर जगह पर पायी जा रही है। कब्ज के कारण इसके मरीज का पेट अच्छी तरह साफ नही होता, पेट में अपच और भारीपन के साथ-साथ दर्द और मल त्यागने में काफी मुश्किल होती है। कई बार तो इसकी वजह से ग्रसित व्यक्ति को बार-बार शौच जाना पड़ता है, जिससे की पेट साफ हो सके। कब्ज के कारण और पेट साफ नही होने के कारण पूरे दिन थकान और मन परेशान रह्ता है। जिससे किसी भी काम में मन नही लगता। कब्ज में मल त्यागने के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ता है और घंटो-घंटो शौचालय में बैठना पड़ता है। पेट के भरी होने के कारण कुछ भी खाना अच्छा नही लगता और खाना-पीना भी सोच समझ कर ही खाना पड़ता है। कब्ज के कारण पेट और पाचन से जुड़ी बहुत सी बीमारियाँ भी होने लगती है। ऐसे में कोशिश करनी चाहिए की जितनी जल्दी हो सके इससे छुटकारा पाया जा सके। कब्ज के लिए घरेलू उपचार का सेवन बहुत ही लाभदायक होता है। ऐसे में इसी समस्या का कारण, लक्ष्ण और घरेलू

🌺🌿स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे🌿🌺 By वनिता कासनियां पंजाब करी पत्ता (Curry Patta), जिसे ज्यादातर कडी पत्ती (Kadi Patta) के रूप में जाना जाता है, का व्यापक रूप से भारतीय पाक कला में उपयोग किया जाता है । इन सुगंधित पत्तियों से न केवल खाने में सुगंध आती है, बल्कि ये अनेक स्वास्थ्य लाभ से भरी होती हैं। करी पत्ते के बारे में हम में से अधिकांश इनहे सुगंधित पत्तियों के उपयोग को जानते हैं; हालाँकि, ये पत्ते सदियों से अपने औषधीय गुणों के लिए उपयोग में आते हैं। करी पत्ते का उपयोग भारतीय घरों में खाने मसालों के रूप में सब्ज़ियों में प्रयोग किया जाता है । जो हमारे स्वास्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं ।इंफेक्शननीम में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो आपके इंफेक्शन से लड़ सकते हैं। अगर आपके शरीर में किसी तरह का इंफेक्शन हो गया है तो आप नीम को पानी में उबाल कर उस पानी को ठंडा करके उससे नहाएं। इससे आपके शरीर में होने वाला इंफेक्शन दूर हो जाएगा।मुंहासेचेहरे पर होने वाले मुंहासों से अगर आप परेशान हो गए हैं तो उसके लिए आप नीम का इस्तेमाल करिये। इसके लिए आप नीम की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर अपने चेहरे पर लगाइये। करीब 20 मिनट बाद आप अपने चेहरे को नॉर्मल पानी से धो लीजिये। इससे मुहांसे जल्दी ही खत्म हो जाएंगे।पेटपेट से जुड़े रोगों से परेशान हैं तो आप नीम की पत्तियां खाना शुरू कर दीजिये। इससे आपकी पेट से जुड़ी समस्याएं धीरे-धीरे खत्म होने लगेंगी। आप सुबह नीम की पत्तियों का जूस बनाकर भी पी सकते हैं।शुगरअगर आप शुगर के मरीज हैं तो भी आप नीम का सेवन करना शुरू कर दीजिये। इसके लिए आप नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर उसका सेवन करना शुरू कर दीजिये। इससे आपकी शुगर कंट्रोल में रहेगी और आपको किसी भी तरह की दिक्कत भी नहीं होगी।बालों के लिएअगर आपके बालों में फोड़े हो गए हैं तो भी आप नीम की मदद से उससे छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए भी आपको नीम की पत्तियों को पानी में उबालना है फिर उसे ठंडा करना है। और फिर अपने बालों को उससे धुलना है। इससे आपके सिर में होने वाले फोड़े फुनसी हमेशा-हमेशा के लिए खत्म हो जाएंगे।नीम का तेलआप चेहरे पर नीम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ये आपके चेहरे से कील-मुहांसे खत्म करने का काम करेगा। इसके लिए आप रात में सोने से पहले अपने चेहरे पर हल्का सा नीम का तेल लगाएं और उसे रात भर के लिए छोड़ दें। फिर सुबह नॉर्मल पानी से अपने चेहरे को धो लें। लेकिन अगर आपको नीम का तेल लगाकर किसी भी तरह की दिक्कत होती है तो आप उसे तुरंत ही लगाना बंद कर दें।

🌺🌿स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे🌿🌺 By वनिता कासनियां पंजाब करी पत्ता (Curry Patta), जिसे ज्यादातर कडी पत्ती (Kadi Patta) के रूप में जाना जाता है, का व्यापक रूप से भारतीय पाक कला में उपयोग किया जाता है । इन सुगंधित पत्तियों से न केवल खाने में सुगंध आती है, बल्कि ये अनेक स्वास्थ्य लाभ से भरी होती हैं। करी पत्ते के बारे में हम में से अधिकांश इनहे सुगंधित पत्तियों के उपयोग को जानते हैं; हालाँकि, ये पत्ते सदियों से अपने औषधीय गुणों के लिए उपयोग में आते हैं। करी पत्ते का उपयोग भारतीय घरों में खाने मसालों के रूप में सब्ज़ियों में प्रयोग किया जाता है । जो हमारे स्वास्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं । इंफेक्शन नीम में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो आपके इंफेक्शन से लड़ सकते हैं। अगर आपके शरीर में किसी तरह का इंफेक्शन हो गया है तो आप नीम को पानी में उबाल कर उस पानी को ठंडा करके उससे नहाएं। इससे आपके शरीर में होने वाला इंफेक्शन दूर हो जाएगा। मुंहासे चेहरे पर होने वाले मुंहासों से अगर आप परेशान हो गए हैं तो उसके लिए आप नीम का इस्तेमाल करिये। इसके लिए आप नीम की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर अ