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,,कोल्ड ड्रिंक - हमारे शरीर के लिए कितना नुकसानदायक ( Cold drink - how harmful for our body by वनिता कासनियां पंजाबCold drink - how harmful for our body नमस्कार दोस्तों, इस आर्टिकल में हम कोल्ड ड्रिंक के बारे में बात करने वाले हैं। कोल्ड ड्रिंक आजकल हमारी लाइफ का एक हिस्सा बन गई है। इसे देखकर ही हमारे दिल को ठंडक मिल जाती है। लेकिन हर चीज़ की सच्चाई जानना भी तो ज़रूरी होता है। TABLE OF CONTENTINTRODUCTION कोल्ड ड्रिंक और पेट की गैसकोल्ड ड्रिंक और शक्कर कोल्ड ड्रिंक ज़्यादा मीठी क्यों नहीं लगती ?कोल्ड ड्रिंक का स्ट्रोंग एसिडकोल्ड ड्रिंक की लत कैंसर और कोल्ड ड्रिंकरिज़ल्ट INTRODUCTION आज हमारे देश का ये हाल है कि हर ख़ुशी के मौके पर हम कोल्ड ड्रिंक पीते हैं। अगर घर में कोई मेहमान आ जाएं तो सबसे पहले कोल्ड ड्रिंक लाने की बात की जाती है। कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली कम्पनी का हमारे दिमाग पर इतना असर हो गया है कि जब भी हम "ठंडा" ‌सुनते हैं तो हमें कोल्ड ड्रिंक का ख्याल आता है।‌ लेकिन क्या आपने कभी कोल्ड ड्रिंक के बारे में सोचा है कि ये शरीर पर किस तरह का प्रभाव डालता है।कोल्ड ड्रिंक को सॉफ्ट ड्रिंक के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन सॉफ्ट सॉफ्ट बोलकर लोग इसे इतना साधारण समझ लेते हैं, जैसे इसका कोई असर होता ही नहीं है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो ये आप की बहुत बड़ी गलतफहमी है।सॉफ्ट ड्रिंककोल्ड ड्रिंक पर उठने वाला सबसे बड़ा सवाल इसमें मौजूद चीनी के बारे में किया जाता है । लेकिन कोल्ड ड्रिंक में चीनी के अलावा भी ऐसी कई चीजें होती हैं जो शरीर को चीनी से ज़्यादा नुकसान पहुंचाती है। सबसे ख़तरनाक बात ये है कि हम में से ज़्यादातर लोग कोल्ड ड्रिंक में चीनी के अलावा मौजूद नुकसानदायक चीज़ो के बारे में जानते तक नहीं है। कोल्ड ड्रिंक और पेट की गैसलोगों में सबसे मशहूर गलतफहमी है कि कोल्ड ड्रिंक पीने से पेट की गैस बाहर निकलती है। कोल्ड ड्रिंक में सबसे ज़्यादा पानी की मात्रा होती है। लेकिन यहां पानी हमारे घर में आने वाले पानी की तरह नहीं होता। सभी तरह के कोल्ड ड्रिंक्स को बनाने के लिए कार्बोनेटेड वॉटर का इस्तेमाल किया जाता है। इसे सोडा वॉटर के नाम से भी जाना जाता है। इस पानी में पहले से ही कार्बन डाइऑक्साइड गैस को मिलाया जाता है। यही वज़ह है कि कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद बार बार डकार आने लगती है। क्योंकि जो गैस पहले से कोल्ड ड्रिंक में मौजूद हैं, हमारा शरीर उसे बाहर निकालने की कोशिश करता है । इसी कारण लोगों को ऐसा लगता है कि कोल्ड ड्रिंक पीने से पेट की गैस बाहर निकलती है। कोल्ड ड्रिंक को किसी ग्लास में निकाल कर आप खुद उसमें मौजूद गैस को बाहर आता देख सकते है।ये कोल्ड ड्रिंक में मौजूद सबसे कम नुकसान पहुंचाने वाली चीज़ है जो आपके दांतों की ऊपरी परत और आपके शरीर को थोड़ा सा नुकसान पहुंचाती है।कोल्ड ड्रिंक और शक्कर कोल्ड ड्रिंक एक ऐसी चीज़ है जिसमें पचाने लायक कुछ नहीं होता। इसलिए ये छोटी आंत से होते हुए खून में पहुंच जाती है।‌‌ एक 500 ml की कोल्ड ड्रिंक में 40 से 50 ग्राम शक्कर होती है। जिसे ऐसे देखा जाएं तो 10 से 12 चम्मच शक्कर हो जाती है। जब इतनी सारी चीनी हमारे शरीर में एक साथ जाती है तो हमारा शरीर इंसुलिन नामक हार्मोन बहुत तेज़ी से छोड़ने लगता है । इससे शरीर में हार्मोनल सिस्टम असंतुलित हो जाता है। साथ ही लंबे समय तक कोल्ड ड्रिंक के सेवन से एक समय के बाद , इंसुलिन बनाने वाली ग्रंथि सही तरह से काम नहीं करती और डायबिटीज़ जैसी बीमारी हो जाती है। कोल्ड ड्रिंक में मौजूद चीनी हमारी आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को भी मारने लगता है। इससे पाचन तंत्र पर भी ग़लत प्रभाव पड़ता है।‌‌ जब इतनी सारी चीनी हमारे खून में पहुंचती है तो हमारा शरीर उसे फैट में बदलने लगता है। जब ये फैट लिवर में जमा होने लगता है तो फैटि लिवर जैसी गंभीर समस्या जन्म लेती है। फैटि लिवर हमारे देश में सबसे तेज़ी से फैलने वाली बीमारी है जिसमें लिवर ठीक तरह से काम नहीं करता । जब ये फैट शरीर के दूसरे हिस्सों में जमा होने लगता है तो शरीर मोटापे का शिकार हो जाता है। कोल्ड ड्रिंक ज़्यादा मीठी क्यों नहीं लगती ?यहां कुछ लोग सवाल करते है कि अगर 10 से 12 चम्मच चीनी हम सीधे खाएंगे तो हमें घबराहट महसूस होने लगेगी , साथ ही सर दर्द भी शुरू हो जाऊंगा । तो कोल्ड ड्रिंक में मौजूद चीज़ें के सेवन के बाद हमें घबराहट क्यों नहीं होती। इसका जवाब ये है कि कोल्ड ड्रिंक में इतनी सारी शक्कर मिलने के साथ एक और केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है जिसे फॉस्फोरिक एसिड के नाम से जाना जाता है। ये केमिकल कोल्ड ड्रिंक की मिठास को कम करता है और उसे एक टैंगी सा टेस्ट भी देता है।बार बार कोल्ड ड्रिंक पीने से उसमें मौजूद फॉस्फोरिक एसिड शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है। इस कारण शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है और हड्डियां कमज़ोर होने लगती है। कोल्ड ड्रिंक का स्ट्रोंग एसिडकोल्ड ड्रिंक में कार्बोनिक एसिड, सिट्रिक ऐसिड और फॉस्फोरिक एसिड तीनों मौजूद होते हैं। ये तीनों मिलकर एक स्ट्रोंग और शक्तिशाली एसिड बनाते हैं जो दांतों के संपर्क में आने से दांतो की ऊपरी परत को बहुत ज़्यादा नुकसान पहुंचाता है। कोल्ड ड्रिंक की लत कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली कम्पनी अपने शिकार को ऐसे ही नहीं छोड़ती है। जिस तरह शराब और दूसरी नशीली चीजों की लत लग जाती है , उसी तरह कोल्ड ड्रिंक में भी ऐसी दो चीज़ें पाई जाती है जिससे इंसान इसका दिवाना हो जाता है । कोल्ड ड्रिंक में मौजूद चीनी और कैफ़ीन जब दिमाग तक पहुंचती है तो डोपामिन नामक हार्मोन निकलने लगता है। नशीली चीज़े खाने पीने के बाद भी यही हार्मोन निकलता है। इससे थोड़ी देर के लिए तो शरीर का आलस दूर होता है और बहुत अच्छा फील होने लगता है। लेकिन ये ख़ुशी थोड़ी ही देर की होती है। क्योंकि थोड़ी देर के बाद शरीर और थका हुआ महसूस करता है। इसलिए हमारा दिमाग फिर से थोड़ी देर की खुशी पाने के लिए शरीर को कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए मोटिवेट करता है। इस तरह अच्छा खासा इंसान कोल्ड ड्रिंक की लत का शिकार हो जाता है। कैंसर और कोल्ड ड्रिंकइसके अलावा कोल्ड ड्रिंक में दो ऐसी चीज़ें भी मौजूद होती है जिससे कैंसर जैसी बीमारी हो जाती है। कोल्ड ड्रिंक को खराब होने से बचाने के लिए पोटैशियम बेंज़ोएड जैसे प्रिजर्वेटिव मिलाएं जाते हैं । ये शरीर में जाकर बेंजीन बनाता है। बेंजीन कारसैनोजेनिक होता है जो कैंसर जैसी बीमारी को पैदा कर सकता है। कोल्ड ड्रिंक को खुबसूरत और आकर्षक रंग देने के लिए इसमें आर्टिफिशियल कलर का इस्तेमाल किया जाता है। अब इसे कम्पनी की मजबूरी कहिए या हमारी बेवकूफी, कि हम कलरफुल चीजों को खाना पीना पसंद करते हैं। कभी कभार तो हम घर में बनी चीजों में भी कलर मिला देते हैं, जैसे उस कलर को पेट के अंदर जाकर पेंटिंग करना हो । ज़्यादातर आर्टिफिशियल कलर कारसैनोजेनिक होते हैं, जो कि शरीर में कैंसर जैसी बीमारी पैदा करने की ताकत रखते हैं। रिज़ल्ट सारी बातों को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि कोल्ड ड्रिंक की जगह फलों का जूस पीना ज़्यादा सही है । क्योंकि ये शरीर के लिए फायदेमंद होने के साथ स्वाद में भी अच्छे होते हैं। कोल्ड ड्रिंक हमारे शरीर में सिर्फ नुकसान पहुंचाने का काम करती है। इसलिए अगर आप कोल्ड ड्रिंक के आदि हो गए हैं तो जल्द से जल्द कोल्ड ड्रिंक को जगह फ्रूट जूस पीने की आदत डालें। वरना पता चला कि आपको सोचने में बहुत देर हो जाएं और कोल्ड ड्रिंक आपके शरीर को पूरी तरह बर्बाद कर दें।

कोल्ड ड्रिंक - हमारे शरीर के लिए कितना नुकसानदायक ( Cold drink - how harmful for our body 

by वनिता कासनियां पंजाब

Cold drink - how harmful for our body 


नमस्कार दोस्तों, इस आर्टिकल में हम कोल्ड ड्रिंक के बारे में बात करने वाले हैं। कोल्ड ड्रिंक आजकल हमारी लाइफ का एक हिस्सा बन गई है। इसे देखकर ही हमारे दिल को ठंडक मिल जाती है। लेकिन हर चीज़ की सच्चाई जानना भी तो ज़रूरी होता है।


TABLE OF CONTENT

INTRODUCTION 


आज हमारे देश का ये हाल है कि हर ख़ुशी के मौके पर हम कोल्ड ड्रिंक पीते हैं। अगर घर में कोई मेहमान आ जाएं तो सबसे पहले कोल्ड ड्रिंक लाने की बात की जाती है। कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली कम्पनी का हमारे दिमाग पर इतना असर हो गया है कि जब भी हम "ठंडा" ‌सुनते हैं तो हमें कोल्ड ड्रिंक का ख्याल आता है।‌ लेकिन क्या आपने कभी कोल्ड ड्रिंक के बारे में सोचा है कि ये शरीर पर किस तरह का प्रभाव डालता है।

कोल्ड ड्रिंक को सॉफ्ट ड्रिंक के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन सॉफ्ट सॉफ्ट बोलकर लोग इसे इतना साधारण समझ लेते हैं, जैसे इसका कोई असर होता ही नहीं है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो ये आप की बहुत बड़ी गलतफहमी है।

सॉफ्ट ड्रिंक


कोल्ड ड्रिंक पर उठने वाला सबसे बड़ा सवाल इसमें मौजूद चीनी के बारे में किया जाता है । लेकिन कोल्ड ड्रिंक में चीनी के अलावा भी ऐसी कई चीजें होती हैं जो शरीर को चीनी से ज़्यादा नुकसान पहुंचाती है। सबसे ख़तरनाक बात ये है कि हम में से ज़्यादातर लोग कोल्ड ड्रिंक में चीनी के अलावा मौजूद नुकसानदायक चीज़ो के बारे में जानते तक नहीं है। 

कोल्ड ड्रिंक और पेट की गैस


लोगों में सबसे मशहूर गलतफहमी है कि कोल्ड ड्रिंक पीने से पेट की गैस बाहर निकलती है। कोल्ड ड्रिंक में सबसे ज़्यादा पानी की मात्रा होती है। लेकिन यहां पानी हमारे घर में आने वाले पानी की तरह नहीं होता। सभी तरह के कोल्ड ड्रिंक्स को बनाने के लिए कार्बोनेटेड वॉटर का इस्तेमाल किया जाता है। इसे सोडा वॉटर के नाम से भी जाना जाता है। इस पानी में पहले से ही कार्बन डाइऑक्साइड गैस को मिलाया जाता है। 

यही वज़ह है कि कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद बार बार डकार आने लगती है। क्योंकि जो गैस पहले से कोल्ड ड्रिंक में मौजूद हैं, हमारा शरीर उसे बाहर निकालने की कोशिश करता है । इसी कारण लोगों को ऐसा लगता है कि कोल्ड ड्रिंक पीने से पेट की गैस बाहर निकलती है। कोल्ड ड्रिंक को किसी ग्लास में निकाल कर आप खुद उसमें मौजूद गैस को बाहर आता देख सकते है।


ये कोल्ड ड्रिंक में मौजूद सबसे कम नुकसान पहुंचाने वाली चीज़ है जो आपके दांतों की ऊपरी परत और आपके शरीर को थोड़ा सा नुकसान पहुंचाती है।

कोल्ड ड्रिंक और शक्कर 


कोल्ड ड्रिंक एक ऐसी चीज़ है जिसमें पचाने लायक कुछ नहीं होता। इसलिए ये छोटी आंत से होते हुए खून में पहुंच जाती है।‌‌ एक 500 ml की कोल्ड ड्रिंक में 40 से 50 ग्राम शक्कर होती है। जिसे ऐसे देखा जाएं तो 10 से 12 चम्मच शक्कर हो जाती है। जब इतनी सारी चीनी हमारे शरीर में एक साथ जाती है तो हमारा शरीर इंसुलिन नामक हार्मोन बहुत तेज़ी से छोड़ने लगता है । इससे शरीर में हार्मोनल सिस्टम असंतुलित हो जाता है। साथ ही लंबे समय तक कोल्ड ड्रिंक के सेवन से एक समय के बाद , इंसुलिन बनाने वाली ग्रंथि सही तरह से काम नहीं करती और डायबिटीज़ जैसी बीमारी हो जाती है। 

कोल्ड ड्रिंक में मौजूद चीनी हमारी आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को भी मारने लगता है। इससे पाचन तंत्र पर भी ग़लत प्रभाव पड़ता है।‌‌ 


जब इतनी सारी चीनी हमारे खून में पहुंचती है तो हमारा शरीर उसे फैट में बदलने लगता है। जब ये फैट लिवर में जमा होने लगता है तो फैटि लिवर जैसी गंभीर समस्या जन्म लेती है। फैटि लिवर हमारे देश में सबसे तेज़ी से फैलने वाली बीमारी है जिसमें लिवर ठीक तरह से काम नहीं करता । जब ये फैट शरीर के दूसरे हिस्सों में जमा होने लगता है तो शरीर मोटापे का शिकार हो जाता है। 

कोल्ड ड्रिंक ज़्यादा मीठी क्यों नहीं लगती ?


यहां कुछ लोग सवाल करते है कि अगर 10 से 12 चम्मच चीनी हम सीधे खाएंगे तो हमें घबराहट महसूस होने लगेगी , साथ ही सर दर्द भी शुरू हो जाऊंगा । तो कोल्ड ड्रिंक में मौजूद चीज़ें के सेवन के बाद हमें घबराहट क्यों नहीं होती। इसका जवाब ये है कि कोल्ड ड्रिंक में इतनी सारी शक्कर मिलने के साथ एक और केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है जिसे फॉस्फोरिक एसिड के नाम से जाना जाता है। ये केमिकल कोल्ड ड्रिंक की मिठास को कम करता है और उसे एक टैंगी सा टेस्ट भी देता है।

बार बार कोल्ड ड्रिंक पीने से उसमें मौजूद फॉस्फोरिक एसिड शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है। इस कारण शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है और हड्डियां कमज़ोर होने लगती है। 

कोल्ड ड्रिंक का स्ट्रोंग एसिड


कोल्ड ड्रिंक में कार्बोनिक एसिड, सिट्रिक ऐसिड और फॉस्फोरिक एसिड तीनों मौजूद होते हैं। ये तीनों मिलकर एक स्ट्रोंग और शक्तिशाली एसिड बनाते हैं जो दांतों के संपर्क में आने से दांतो की ऊपरी परत को बहुत ज़्यादा नुकसान पहुंचाता है। 

कोल्ड ड्रिंक की लत 


कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली कम्पनी अपने शिकार को ऐसे ही नहीं छोड़ती है। जिस तरह शराब और दूसरी नशीली चीजों की लत लग जाती है , उसी तरह कोल्ड ड्रिंक में भी ऐसी दो चीज़ें पाई जाती है जिससे इंसान इसका दिवाना हो जाता है । 

कोल्ड ड्रिंक में मौजूद चीनी और कैफ़ीन जब दिमाग तक पहुंचती है तो डोपामिन नामक हार्मोन निकलने लगता है। नशीली चीज़े खाने पीने के बाद भी यही हार्मोन निकलता है। इससे थोड़ी देर के लिए तो शरीर का आलस दूर होता है और बहुत अच्छा फील होने लगता है। लेकिन ये ख़ुशी थोड़ी ही देर की होती है। क्योंकि थोड़ी देर के बाद शरीर और थका हुआ महसूस करता है। इसलिए हमारा दिमाग फिर से थोड़ी देर की खुशी पाने के लिए शरीर को कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए मोटिवेट करता है। इस तरह अच्छा खासा इंसान कोल्ड ड्रिंक की लत का शिकार हो जाता है। 

कैंसर और कोल्ड ड्रिंक


इसके अलावा कोल्ड ड्रिंक में दो ऐसी चीज़ें भी मौजूद होती है जिससे कैंसर जैसी बीमारी हो जाती है। कोल्ड ड्रिंक को खराब होने से बचाने के लिए पोटैशियम बेंज़ोएड जैसे प्रिजर्वेटिव मिलाएं जाते हैं । ये शरीर में जाकर बेंजीन बनाता है। बेंजीन कारसैनोजेनिक होता है जो कैंसर जैसी बीमारी को पैदा कर सकता है। 

कोल्ड ड्रिंक को खुबसूरत और आकर्षक रंग देने के लिए इसमें आर्टिफिशियल कलर का इस्तेमाल किया जाता है। अब इसे कम्पनी की मजबूरी कहिए या हमारी बेवकूफी, कि हम कलरफुल चीजों को खाना पीना पसंद करते हैं। कभी कभार तो हम घर में बनी चीजों में भी कलर मिला देते हैं, जैसे उस कलर को पेट के अंदर जाकर पेंटिंग करना हो । ज़्यादातर आर्टिफिशियल कलर कारसैनोजेनिक होते हैं, जो कि शरीर में कैंसर जैसी बीमारी पैदा करने की ताकत रखते हैं। 

रिज़ल्ट 

सारी बातों को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि कोल्ड ड्रिंक की जगह फलों का जूस पीना ज़्यादा सही है । क्योंकि ये शरीर के लिए फायदेमंद होने के साथ स्वाद में भी अच्छे होते हैं। कोल्ड ड्रिंक हमारे शरीर में सिर्फ नुकसान पहुंचाने का काम करती है। इसलिए अगर आप कोल्ड ड्रिंक के आदि हो गए हैं तो जल्द से जल्द कोल्ड ड्रिंक को जगह फ्रूट जूस पीने की आदत डालें। वरना पता चला कि आपको सोचने में बहुत देर हो जाएं और कोल्ड ड्रिंक आपके शरीर को पूरी तरह बर्बाद कर दें।   

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2021 के लिए 20 स्वास्थ्य सुझाव। 20 health tips for 2021 *By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब* 🌹🙏🙏🌹 एक नए दशक की शुरुआत एक स्वस्थ जीवन शैली सहित, किसी के जीवन को बेहतर बनाने के लिए नए संकल्पों के साथ लाती है। 2021 में स्वस्थ जीवन की दिशा में शुरुआत करने में आपकी मदद करने के लिए 20 व्यावहारिक स्वास्थ्य सुझाव दिए गए हैं। 1. स्वस्थ आहार खाएं फल, सब्जियां, फलियां, नट्स और साबुत अनाज सहित विभिन्न खाद्य पदार्थों के संयोजन का सेवन करें। वयस्कों को प्रति दिन फल और सब्जियों के कम से कम पांच हिस्से (400 ग्राम) खाने चाहिए। आप हमेशा अपने भोजन में सब्जियों को शामिल करके अपने फलों और सब्जियों के सेवन में सुधार कर सकते हैं; नाश्ते के रूप में ताजे फल और सब्जियां खाने; विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां खाना; और उन्हें मौसम में खा रहा है। स्वस्थ भोजन करने से, आप अपने कुपोषण और गैर-रोगजनक बीमारियों (एनसीडी) जैसे मधुमेह, हृदय रोग, स्ट्रोक और कैंसर के जोखिम को कम कर देंगे। 2. नमक और चीनी का कम सेवन करें फिलिपिनो सोडियम की अनुशंसित मात्रा का दोगुना सेवन करते हैं, जिससे उन्

पान खाने के क्या 5 लाभ By वनिता कासनियां पंजाब ?Paan Ke Fayde: आयुर्वेद, चरक संहिता, सुश्रुत संहिता आदि में पान के पत्ते को काफी स्वास्थ्यवर्धक बताया गया है. पुराने समय में राजा-महाराजा हर रात खाना खाने के बाद पान चबाना पसंद करते थे. पान के सेवन से शादीशुदा पुरुषों को कमाल के फायदे मिलते हैं. यह उनकी सेक्शुअल हेल्थ के लिए लौंग, सौंफ या इलायची के नुस्खों से बहुत ही ज्यादा कारगर उपाय साबित होता है. लेकिन पान के फायदे (Paan Ka Patta) और भी बहुत होते हैं.पान के पत्ते के फायदे (Benefits of Betel Leaf)देश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी ने पान के पत्ते को स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक बताता है. यह हृदय के लिए बेहतरीन टॉनिक का भी काम करता है. उनके मुताबिक, इसमें एंटी-डायबिटिक, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-इंफेक्टिव, एंटी-सेप्टिक और दुर्गंध दूर करने वाले गुण होते हैं. इसके साथ इसमें सौंफ, सुपारी, इलायची, लौंग व गुलकंद मिलाने से यौन स्वास्थ्य को मजबूती भी मिलती है.1. पुरुषों के लिए लौंग, सौंफ या इलायची से बहुत ज्यादा गुणकारी है 1 पानआयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक, 1 पान खाने से पुरुषों की सेक्शुअल लाइफ को चमत्कारिक फायदे प्राप्त होते हैं. यह लौंग, सौंफ या इलायची के किसी भी नुस्खे से बहुत ज्यादा असरदार होता है. क्योंकि, इसमें आपको इन चीजों के साथ गुलकंद और सुपारी भी मिलती हैं. पान के साथ यह सभी चीजें शादीशुदा पुरुषों के यौन स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा प्रभावशाली हो जाती हैं. इससे पुरुषों में कामेच्छा में कमी (लिबिडो), , टेस्टोस्टेरोन में कमी, आदि सुधर जाता है.2. कब्ज से राहत दिलाता है पानआयुर्वेद में कब्ज के इलाज के लिए पान को काफी असरदार बताया गया है. यह शरीर में पीएच लेवल को सामान्य बनाता है और पेट की परेशानी से राहत प्रदान करता है. इसके लिए आप पान के पत्ते के टुकड़े करके एक गिलास पानी में डालकर रातभर रख दें. यह पानी अगली सुबह खाली पेट पी लें.3. कटने, खुजली व जलन से राहतडॉ. अबरार मुल्तानी का कहना है कि अगर किसी चीज से कटने, खुजली व जलन के कारण आपको समस्या हो रही है, तो आप पान के पत्ते का उपयोग कर सकते हैं. इसके एनलजेसिक गुण तुरंत राहत प्रदान करते हैं. इसके लिए पान के पत्ते का पेस्ट बनाएं और प्रभावित जगह पर लगाएं. यह त्वचा के अंदर जाकर दर्द व जलन से राहत दिलाता है.4. संक्रमण या सेप्टिक से राहतपान के पत्ते में एंटी-सेप्टिक व एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो फंगल इंफेक्शन व सेप्टिक होने से राहत देते हैं| इसके लिए आपको पान के पत्ते का पेस्ट प्रभावित जगह पर लगाना होता है| पान के पत्ते का उपयोग जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए भी किया जाता है|5. मुंह की दुर्गंध के लिए पानपान खाने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है| इसमें काफी मात्रा में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो मुंह की दुर्गंध का कारण बनने वाले बैक्टीरिया का खात्मा कर देते हैं. इसके अलावा यह दांतों में होने वाली कैविटी, प्लेक, सड़न, सूजन, दर्द आदि से भी राहत देता है| राजा-महाराजा अपना यौन स्वास्थ्य सुधारने के साथ मुंह की दुर्गंध भागने के लिए भी हर रात खाना खाने के बाद पान चबाना पसंद करते थे|यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है| यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है|

पान खाने के क्या 5 लाभ  By वनिता कासनियां पंजाब ? Paan Ke Fayde:  आयुर्वेद, चरक संहिता, सुश्रुत संहिता आदि में पान के पत्ते को काफी स्वास्थ्यवर्धक बताया गया है. पुराने समय में राजा-महाराजा हर रात खाना खाने के बाद पान चबाना पसंद करते थे. पान के सेवन से शादीशुदा पुरुषों को कमाल के फायदे मिलते हैं. यह उनकी सेक्शुअल हेल्थ के लिए लौंग, सौंफ या इलायची के नुस्खों से बहुत ही ज्यादा कारगर उपाय साबित होता है. लेकिन पान के फायदे (Paan Ka Patta) और भी बहुत होते हैं. पान के पत्ते के फायदे (Benefits of Betel Leaf) देश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी ने पान के पत्ते को स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक बताता है. यह हृदय के लिए बेहतरीन टॉनिक का भी काम करता है. उनके मुताबिक, इसमें एंटी-डायबिटिक, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-इंफेक्टिव, एंटी-सेप्टिक और दुर्गंध दूर करने वाले गुण होते हैं. इसके साथ इसमें सौंफ, सुपारी, इलायची, लौंग व गुलकंद मिलाने से यौन स्वास्थ्य को मजबूती भी मिलती है. 1. पुरुषों के लिए लौंग, सौंफ या इलायची से बहुत ज्यादा गुणकारी है