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पलकों का लटकने से बचाने के लिए ये 5 घरेलू नुस्‍खे अपनाएंअगर आप भी लटकती पलकों से परेशान हैं और इसके कारण उम्र ज्‍यादा दिखाई देती है तो इस आर्टिकल में बताए घरेलू नुस्‍खों को अपनाएं। sagging eyelids home remedies main By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब कभी आपने आने वाले एजिंग के बारे में सोचा है? त्वचा का लटकना या त्वचा की लोच का खो जाना इस समय का बिना बुलाया मेहमान है। लटकती पलकें वास्तव में उनमें से सबसे खराब होता है। ब्‍यूटी देखभाल के लिए तत्पर होने के बावजूद ज्‍यादातर महिलाओं को बढ़ती उम्र में पलकों के लटकने का सामना करना पड़ता है।कुछ आंकड़े बताते हैं कि हर साल, इस समस्या के लिए कई महिलाएं सर्जिकल समाधान के लिए जाती हैं। लेकिन जब आप लटकती पलकों में सुधार करने के लिए घरेलू नुस्‍खे उपलब्‍ध हैं तब इस तरह का कदम क्यों उठाना? आइए इनके लिए घरेलू नुस्‍खों को जानने से पहले सैगिंग पलकों के कारणों के बारे में जान लेते हैं।लटकती पलकों के कारणबहुत सारी स्थितियां और परिस्थितियां हैं जो लटकती पलकों की संभावना को बढ़ाती हैं-स्किन सेल्‍स की सामान्य उम्र का बढ़नाडायबिटीजस्‍ट्रोकहॉर्नर सिंड्रोम (आंखों और चेहरे की नसों को प्रभावित करने वाला विकार)ब्रेन ट्यूमरकोई अन्य विकार जो नसों या मसल्‍स के सुचारू कामकाज को प्रभावित करता है।लटकती पलकों के लिए घरेलू नुस्‍खेआपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि आप इस आर्टिकल में लटकती पलकों की समस्या को रोकने और कम करने के घरेलू नुस्‍खों की सूची दी गई है।खीराcucumber sagging eyelids inside सिर्फ सलाद के लिए ही नहीं, खीरा लटकती पलकों के लिए एक बेहतरीन उपाय है। बस आपको अपनी पलकों के ऊपर कटे हुए खीरे के स्लाइस को रखना और उन्हें 15 से 20 मिनट तक रहने देना है। खीरा त्‍वचा को हाइड्रेट करने के लिए अच्छा होता है और त्वचा की दृढ़ता को बहाल करता है जो समय की आवश्यकता है। इसके अलावा खीरा पोटेशियम और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है जो कि ड्रोपिंग पलकों के इलाज में मदद करता है।इसे जरूर पढ़ें:आंखों के नीचे ढीली और लटकती त्वचा को इन 8 टिप्‍स से टाइट करेंभरपूर पानी पीनाजी हां यह सही है कि सभी परिस्थितियों में आपको अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने की आवश्यकता होती है और यह तभी हो सकता है जब आप रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। एक दिन में पर्याप्त पानी नहीं पीना पलकों के लटकने का कारण हो सकता है। इसलिए, ड्रॉपी पलकों की समस्या को रोकने के लिए रोजाना भरपूर पानी पिएं।कैमोमाइल टी बैगtea bags sagging eyelids inside कैमोमाइल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो लटकती पलकों का इलाज करने में मदद करते हैं। इससे लाभ पाने के लिए कैमोमाइल टी बैग्स को कुछ देर के लिए फ्रिज में रखें और फिर इसे आंखों के ऊपर रखें। उन्हें 20 मिनट के लिए रखें। इसे अपनी नियमित दिनचर्या बनाकर, आप कुछ ही समय में लाभ देखना शुरू कर देंगी।आप चाहे तो ग्रीन टी बैग्‍स का इस्‍तेमालकर सकती हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और एंटीऑक्सीडेंट हैं जो ड्रॉपी पलकों की समस्या का समाधान करने में मदद करते हैं। इसके अलावा ग्रीन टी में पॉलीफेनोल्स होते हैं जो त्वचा की लोच में सुधार करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी के पानी से अपनी पलकों की मालिश करें या लाभ पाने के लिए नियमित रूप से ग्रीन टी पिएं।Recommended Videoबर्फ का पानी या क्यूब्सठंडा-ठंडा, कूल-कूल... यह लाइन न केवल चुभने वाले गर्मी के लिए, बल्कि लटकती पलकों का मुकाबला करने के लिए भी अच्छी है। अपने चेहरे को ठंडे बोतलबंद पानी या आइस क्‍यूब्‍स से धोएं। यह उस त्वचा को टाइट करने में मदद करेगा जिसने अपनी लोच खो दी है और लटकती पलक की समस्‍या को कम करेगा। आइस क्‍यूब्‍स, विशेष रूप से, ब्‍लड वेसल्‍स को संकुचित करते हैं, जो लटकती पलकों के प्रभाव को रोकता है।अंडे का सफेद मास्कegg white sagging eyelids inside अंडे के सफेद हिस्से में प्राकृतिक एंजाइम होते हैं, जो सैगिंग (या ड्रॉपिंग) पलकों को रोकने में मदद करते हैं। यह पलकों की लोच में सुधार करनेमें भी मदद करता है, जिससे शिथिलता कम होती है। एक अंडा लें और उसमें से सफेद भाग निकाल लें। इसे अच्छी तरह से मिक्‍स करें और फिर इसे पलकों पर लगाएं। इसे सूखने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह बहुत जल्‍द राहत लाएगा और सैगिंग प्रभाव को कम करेगा।घर का बना लोशनअपनी आंखों को पुनर्जीवित करने के लिए, प्राकृतिक तत्व वही हैं जो आप गिन सकते हैं। ऐसा करने के लिए, 4 चम्मच सादा दही, 4 टेबलस्पून एलोवेरा जैल, 2 टेबलस्पून ओट्स और 5 छिलके वाली खीरे के स्लाइस को तब तक मिलाएं जब तक आपको स्‍मूथ और गाढ़ा पेस्ट न बन जाए। पलकों पर इस पेस्‍ट को लगाएं और इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से साफ कर लें।ऑलिव ऑयलoilve oil sagging eyelids inside ()ऑलिव ऑयल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो डोपिंग पलकों की समस्या का इलाज करने में मदद करते हैं। थोड़े से ऑलिव ऑयल को गरम करें। फिर इसके हल्‍का ठंडा होने के बाद इससे अपनी पलकों की मालिश करें और इसे रात-भर लगा रहने दें। इसे ठन्डे पानी से धो लें। यह तकनीक आपकी पलकों को फिर से जीवंत करने में मदद करेगी, साथ ही साथ त्वचा की लोच को बहाल करेगी। इसके अलावा, ऑलिव ऑयल त्वचा को नमीयुक्त रखने और ड्राईनेस को रोकने के लिए जाना जाता है।इसे जरूर पढ़ें:डार्क सर्कल और लटकती त्वचा को एक हफ्ते में करें ठीकइन उपायों को अपनाकर आप भी लटकती पलकों की समस्‍या से आसानी से बच सकती हैं। हालांकि यह उपाय पूरी तरह से नेचुरल चीजों से बने हैं और इनके कोई साइड इफेक्‍टृस नहीं हैं। लेकिन फिर भी इस्‍तेमाल करने से पहले एक बार पैच टेस्‍ट जरूर कर लें। ऐसा इसलिए क्‍योंकि हर किसी की त्‍वचा चीजों के प्रति अलग तरह से प्रतिक्रिया करती हैं। घरेलू नुस्‍खों से जुड़ी और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।

पलकों का लटकने से बचाने के लिए ये 5 घरेलू नुस्‍खे अपनाएं

अगर आप भी लटकती पलकों से परेशान हैं और इसके कारण उम्र ज्‍यादा दिखाई देती है तो इस आर्टिकल में बताए घरेलू नुस्‍खों को अपनाएं। 


कभी आपने आने वाले एजिंग के बारे में सोचा है? त्वचा का लटकना या त्वचा की लोच का खो जाना इस समय का बिना बुलाया मेहमान है। लटकती पलकें वास्तव में उनमें से सबसे खराब होता है। ब्‍यूटी देखभाल के लिए तत्पर होने के बावजूद ज्‍यादातर महिलाओं को बढ़ती उम्र में पलकों के लटकने का सामना करना पड़ता है।

कुछ आंकड़े बताते हैं कि हर साल, इस समस्या के लिए कई महिलाएं सर्जिकल समाधान के लिए जाती हैं। लेकिन जब आप लटकती पलकों में सुधार करने के लिए घरेलू नुस्‍खे उपलब्‍ध हैं तब इस तरह का कदम क्यों उठाना? आइए इनके लिए घरेलू नुस्‍खों को जानने से पहले सैगिंग पलकों के कारणों के बारे में जान लेते हैं।

लटकती पलकों के कारण

बहुत सारी स्थितियां और परिस्थितियां हैं जो लटकती पलकों की संभावना को बढ़ाती हैं-

  • स्किन सेल्‍स की सामान्य उम्र का बढ़ना
  • डायबिटीज
  • स्‍ट्रोक
  • हॉर्नर सिंड्रोम (आंखों और चेहरे की नसों को प्रभावित करने वाला विकार)
  • ब्रेन ट्यूमर
  • कोई अन्य विकार जो नसों या मसल्‍स के सुचारू कामकाज को प्रभावित करता है।

लटकती पलकों के लिए घरेलू नुस्‍खे

आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि आप इस आर्टिकल में लटकती पलकों की समस्या को रोकने और कम करने के घरेलू नुस्‍खों की सूची दी गई है।

खीरा

cucumber sagging eyelids inside

सिर्फ सलाद के लिए ही नहीं, खीरा लटकती पलकों के लिए एक बेहतरीन उपाय है। बस आपको अपनी पलकों के ऊपर कटे हुए खीरे के स्लाइस को रखना और उन्हें 15 से 20 मिनट तक रहने देना है। खीरा त्‍वचा को हाइड्रेट करने के लिए अच्छा होता है और त्वचा की दृढ़ता को बहाल करता है जो समय की आवश्यकता है। इसके अलावा खीरा पोटेशियम और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है जो कि ड्रोपिंग पलकों के इलाज में मदद करता है।से जरूर पढ़ें:आंखों के नीचे ढीली और लटकती त्वचा को इन 8 टिप्‍स से टाइट करें

भरपूर पानी पीना

जी हां यह सही है कि सभी परिस्थितियों में आपको अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने की आवश्यकता होती है और यह तभी हो सकता है जब आप रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। एक दिन में पर्याप्त पानी नहीं पीना पलकों के लटकने का कारण हो सकता है। इसलिए, ड्रॉपी पलकों की समस्या को रोकने के लिए रोजाना भरपूर पानी पिएं।

कैमोमाइल टी बैग

tea bags sagging eyelids inside

कैमोमाइल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो लटकती पलकों का इलाज करने में मदद करते हैं। इससे लाभ पाने के लिए कैमोमाइल टी बैग्स को कुछ देर के लिए फ्रिज में रखें और फिर इसे आंखों के ऊपर रखें। उन्हें 20 मिनट के लिए रखें। इसे अपनी नियमित दिनचर्या बनाकर, आप कुछ ही समय में लाभ देखना शुरू कर देंगी।

आप चाहे तो ग्रीन टी बैग्‍स का इस्‍तेमालकर सकती हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और एंटीऑक्सीडेंट हैं जो ड्रॉपी पलकों की समस्या का समाधान करने में मदद करते हैं। इसके अलावा ग्रीन टी में पॉलीफेनोल्स होते हैं जो त्वचा की लोच में सुधार करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी के पानी से अपनी पलकों की मालिश करें या लाभ पाने के लिए नियमित रूप से ग्रीन टी पिएं।

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बर्फ का पानी या क्यूब्स

ठंडा-ठंडा, कूल-कूल... यह लाइन न केवल चुभने वाले गर्मी के लिए, बल्कि लटकती पलकों का मुकाबला करने के लिए भी अच्छी है। अपने चेहरे को ठंडे बोतलबंद पानी या आइस क्‍यूब्‍स से धोएं। यह उस त्वचा को टाइट करने में मदद करेगा जिसने अपनी लोच खो दी है और लटकती पलक की समस्‍या को कम करेगा। आइस क्‍यूब्‍स, विशेष रूप से, ब्‍लड वेसल्‍स को संकुचित करते हैं, जो लटकती पलकों के प्रभाव को रोकता है।

अंडे का सफेद मास्क

egg white sagging eyelids inside

अंडे के सफेद हिस्से में प्राकृतिक एंजाइम होते हैं, जो सैगिंग (या ड्रॉपिंग) पलकों को रोकने में मदद करते हैं। यह पलकों की लोच में सुधार करनेमें भी मदद करता है, जिससे शिथिलता कम होती है। एक अंडा लें और उसमें से सफेद भाग निकाल लें। इसे अच्छी तरह से मिक्‍स करें और फिर इसे पलकों पर लगाएं। इसे सूखने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह बहुत जल्‍द राहत लाएगा और सैगिंग प्रभाव को कम करेगा।

घर का बना लोशन

अपनी आंखों को पुनर्जीवित करने के लिए, प्राकृतिक तत्व वही हैं जो आप गिन सकते हैं। ऐसा करने के लिए, 4 चम्मच सादा दही, 4 टेबलस्पून एलोवेरा जैल, 2 टेबलस्पून ओट्स और 5 छिलके वाली खीरे के स्लाइस को तब तक मिलाएं जब तक आपको स्‍मूथ और गाढ़ा पेस्ट न बन जाए। पलकों पर इस पेस्‍ट को लगाएं और इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से साफ कर लें।

ऑलिव ऑयल

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ऑलिव ऑयल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो डोपिंग पलकों की समस्या का इलाज करने में मदद करते हैं। थोड़े से ऑलिव ऑयल को गरम करें। फिर इसके हल्‍का ठंडा होने के बाद इससे अपनी पलकों की मालिश करें और इसे रात-भर लगा रहने दें। इसे ठन्डे पानी से धो लें। यह तकनीक आपकी पलकों को फिर से जीवंत करने में मदद करेगी, साथ ही साथ त्वचा की लोच को बहाल करेगी। इसके अलावा, ऑलिव ऑयल त्वचा को नमीयुक्त रखने और ड्राईनेस को रोकने के लिए जाना जाता है।

इसे जरूर पढ़ें:डार्क सर्कल और लटकती त्वचा को एक हफ्ते में करें ठीक

इन उपायों को अपनाकर आप भी लटकती पलकों की समस्‍या से आसानी से बच सकती हैं। हालांकि यह उपाय पूरी तरह से नेचुरल चीजों से बने हैं और इनके कोई साइड इफेक्‍टृस नहीं हैं। लेकिन फिर भी इस्‍तेमाल करने से पहले एक बार पैच टेस्‍ट जरूर कर लें। ऐसा इसलिए क्‍योंकि हर किसी की त्‍वचा चीजों के प्रति अलग तरह से प्रतिक्रिया करती हैं। घरेलू नुस्‍खों से जुड़ी और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।

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हृदय रोग का सरल और आसान आयुर्वेदिक इलाज By वनिता कासनियां पंजाब ' परिचय आयुर्वेद के अनुसार, हृदय रोग तीन दोषों के असंतुलन के कारण होता है: वात, पित्त और कफ। हृदय रोग के लिए आयुर्वेदिक उपचार आहार परिवर्तन, जीवनशैली में बदलाव और हर्बल सप्लीमेंट के संयोजन का उपयोग करके इस संतुलन को बहाल करने पर केंद्रित है। हृदय रोग क्या है? हृदय रोग एक सामान्य शब्द है जिसका उपयोग हृदय को प्रभावित करने वाली विभिन्न स्थितियों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। हृदय रोग को अक्सर हृदय रोग शब्द के साथ परस्पर उपयोग किया जाता है, जो उन स्थितियों को संदर्भित करता है जिनमें संकुचित या अवरुद्ध रक्त वाहिकाएं शामिल होती हैं जो दिल का दौरा, सीने में दर्द या स्ट्रोक का कारण बन सकती हैं। हृदय रोग कई प्रकार के होते हैं, और प्रत्येक के अपने लक्षण और उपचार होते हैं। जीवनशैली में बदलाव से हृदय रोग के कुछ रूपों को रोका जा सकता है, जैसे स्वस्थ आहार खाना, नियमित व्यायाम करना और तंबाकू के सेवन से बचना। हृदय रोग के अन्य रूपों में चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है। आयुर्वेद भारत की एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है जो स्वास्थ्...