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पलकों का लटकने से बचाने के लिए ये 5 घरेलू नुस्‍खे अपनाएंअगर आप भी लटकती पलकों से परेशान हैं और इसके कारण उम्र ज्‍यादा दिखाई देती है तो इस आर्टिकल में बताए घरेलू नुस्‍खों को अपनाएं। sagging eyelids home remedies main By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब कभी आपने आने वाले एजिंग के बारे में सोचा है? त्वचा का लटकना या त्वचा की लोच का खो जाना इस समय का बिना बुलाया मेहमान है। लटकती पलकें वास्तव में उनमें से सबसे खराब होता है। ब्‍यूटी देखभाल के लिए तत्पर होने के बावजूद ज्‍यादातर महिलाओं को बढ़ती उम्र में पलकों के लटकने का सामना करना पड़ता है।कुछ आंकड़े बताते हैं कि हर साल, इस समस्या के लिए कई महिलाएं सर्जिकल समाधान के लिए जाती हैं। लेकिन जब आप लटकती पलकों में सुधार करने के लिए घरेलू नुस्‍खे उपलब्‍ध हैं तब इस तरह का कदम क्यों उठाना? आइए इनके लिए घरेलू नुस्‍खों को जानने से पहले सैगिंग पलकों के कारणों के बारे में जान लेते हैं।लटकती पलकों के कारणबहुत सारी स्थितियां और परिस्थितियां हैं जो लटकती पलकों की संभावना को बढ़ाती हैं-स्किन सेल्‍स की सामान्य उम्र का बढ़नाडायबिटीजस्‍ट्रोकहॉर्नर सिंड्रोम (आंखों और चेहरे की नसों को प्रभावित करने वाला विकार)ब्रेन ट्यूमरकोई अन्य विकार जो नसों या मसल्‍स के सुचारू कामकाज को प्रभावित करता है।लटकती पलकों के लिए घरेलू नुस्‍खेआपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि आप इस आर्टिकल में लटकती पलकों की समस्या को रोकने और कम करने के घरेलू नुस्‍खों की सूची दी गई है।खीराcucumber sagging eyelids inside सिर्फ सलाद के लिए ही नहीं, खीरा लटकती पलकों के लिए एक बेहतरीन उपाय है। बस आपको अपनी पलकों के ऊपर कटे हुए खीरे के स्लाइस को रखना और उन्हें 15 से 20 मिनट तक रहने देना है। खीरा त्‍वचा को हाइड्रेट करने के लिए अच्छा होता है और त्वचा की दृढ़ता को बहाल करता है जो समय की आवश्यकता है। इसके अलावा खीरा पोटेशियम और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है जो कि ड्रोपिंग पलकों के इलाज में मदद करता है।इसे जरूर पढ़ें:आंखों के नीचे ढीली और लटकती त्वचा को इन 8 टिप्‍स से टाइट करेंभरपूर पानी पीनाजी हां यह सही है कि सभी परिस्थितियों में आपको अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने की आवश्यकता होती है और यह तभी हो सकता है जब आप रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। एक दिन में पर्याप्त पानी नहीं पीना पलकों के लटकने का कारण हो सकता है। इसलिए, ड्रॉपी पलकों की समस्या को रोकने के लिए रोजाना भरपूर पानी पिएं।कैमोमाइल टी बैगtea bags sagging eyelids inside कैमोमाइल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो लटकती पलकों का इलाज करने में मदद करते हैं। इससे लाभ पाने के लिए कैमोमाइल टी बैग्स को कुछ देर के लिए फ्रिज में रखें और फिर इसे आंखों के ऊपर रखें। उन्हें 20 मिनट के लिए रखें। इसे अपनी नियमित दिनचर्या बनाकर, आप कुछ ही समय में लाभ देखना शुरू कर देंगी।आप चाहे तो ग्रीन टी बैग्‍स का इस्‍तेमालकर सकती हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और एंटीऑक्सीडेंट हैं जो ड्रॉपी पलकों की समस्या का समाधान करने में मदद करते हैं। इसके अलावा ग्रीन टी में पॉलीफेनोल्स होते हैं जो त्वचा की लोच में सुधार करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी के पानी से अपनी पलकों की मालिश करें या लाभ पाने के लिए नियमित रूप से ग्रीन टी पिएं।Recommended Videoबर्फ का पानी या क्यूब्सठंडा-ठंडा, कूल-कूल... यह लाइन न केवल चुभने वाले गर्मी के लिए, बल्कि लटकती पलकों का मुकाबला करने के लिए भी अच्छी है। अपने चेहरे को ठंडे बोतलबंद पानी या आइस क्‍यूब्‍स से धोएं। यह उस त्वचा को टाइट करने में मदद करेगा जिसने अपनी लोच खो दी है और लटकती पलक की समस्‍या को कम करेगा। आइस क्‍यूब्‍स, विशेष रूप से, ब्‍लड वेसल्‍स को संकुचित करते हैं, जो लटकती पलकों के प्रभाव को रोकता है।अंडे का सफेद मास्कegg white sagging eyelids inside अंडे के सफेद हिस्से में प्राकृतिक एंजाइम होते हैं, जो सैगिंग (या ड्रॉपिंग) पलकों को रोकने में मदद करते हैं। यह पलकों की लोच में सुधार करनेमें भी मदद करता है, जिससे शिथिलता कम होती है। एक अंडा लें और उसमें से सफेद भाग निकाल लें। इसे अच्छी तरह से मिक्‍स करें और फिर इसे पलकों पर लगाएं। इसे सूखने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह बहुत जल्‍द राहत लाएगा और सैगिंग प्रभाव को कम करेगा।घर का बना लोशनअपनी आंखों को पुनर्जीवित करने के लिए, प्राकृतिक तत्व वही हैं जो आप गिन सकते हैं। ऐसा करने के लिए, 4 चम्मच सादा दही, 4 टेबलस्पून एलोवेरा जैल, 2 टेबलस्पून ओट्स और 5 छिलके वाली खीरे के स्लाइस को तब तक मिलाएं जब तक आपको स्‍मूथ और गाढ़ा पेस्ट न बन जाए। पलकों पर इस पेस्‍ट को लगाएं और इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से साफ कर लें।ऑलिव ऑयलoilve oil sagging eyelids inside ()ऑलिव ऑयल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो डोपिंग पलकों की समस्या का इलाज करने में मदद करते हैं। थोड़े से ऑलिव ऑयल को गरम करें। फिर इसके हल्‍का ठंडा होने के बाद इससे अपनी पलकों की मालिश करें और इसे रात-भर लगा रहने दें। इसे ठन्डे पानी से धो लें। यह तकनीक आपकी पलकों को फिर से जीवंत करने में मदद करेगी, साथ ही साथ त्वचा की लोच को बहाल करेगी। इसके अलावा, ऑलिव ऑयल त्वचा को नमीयुक्त रखने और ड्राईनेस को रोकने के लिए जाना जाता है।इसे जरूर पढ़ें:डार्क सर्कल और लटकती त्वचा को एक हफ्ते में करें ठीकइन उपायों को अपनाकर आप भी लटकती पलकों की समस्‍या से आसानी से बच सकती हैं। हालांकि यह उपाय पूरी तरह से नेचुरल चीजों से बने हैं और इनके कोई साइड इफेक्‍टृस नहीं हैं। लेकिन फिर भी इस्‍तेमाल करने से पहले एक बार पैच टेस्‍ट जरूर कर लें। ऐसा इसलिए क्‍योंकि हर किसी की त्‍वचा चीजों के प्रति अलग तरह से प्रतिक्रिया करती हैं। घरेलू नुस्‍खों से जुड़ी और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।

पलकों का लटकने से बचाने के लिए ये 5 घरेलू नुस्‍खे अपनाएं

अगर आप भी लटकती पलकों से परेशान हैं और इसके कारण उम्र ज्‍यादा दिखाई देती है तो इस आर्टिकल में बताए घरेलू नुस्‍खों को अपनाएं। 


कभी आपने आने वाले एजिंग के बारे में सोचा है? त्वचा का लटकना या त्वचा की लोच का खो जाना इस समय का बिना बुलाया मेहमान है। लटकती पलकें वास्तव में उनमें से सबसे खराब होता है। ब्‍यूटी देखभाल के लिए तत्पर होने के बावजूद ज्‍यादातर महिलाओं को बढ़ती उम्र में पलकों के लटकने का सामना करना पड़ता है।

कुछ आंकड़े बताते हैं कि हर साल, इस समस्या के लिए कई महिलाएं सर्जिकल समाधान के लिए जाती हैं। लेकिन जब आप लटकती पलकों में सुधार करने के लिए घरेलू नुस्‍खे उपलब्‍ध हैं तब इस तरह का कदम क्यों उठाना? आइए इनके लिए घरेलू नुस्‍खों को जानने से पहले सैगिंग पलकों के कारणों के बारे में जान लेते हैं।

लटकती पलकों के कारण

बहुत सारी स्थितियां और परिस्थितियां हैं जो लटकती पलकों की संभावना को बढ़ाती हैं-

  • स्किन सेल्‍स की सामान्य उम्र का बढ़ना
  • डायबिटीज
  • स्‍ट्रोक
  • हॉर्नर सिंड्रोम (आंखों और चेहरे की नसों को प्रभावित करने वाला विकार)
  • ब्रेन ट्यूमर
  • कोई अन्य विकार जो नसों या मसल्‍स के सुचारू कामकाज को प्रभावित करता है।

लटकती पलकों के लिए घरेलू नुस्‍खे

आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि आप इस आर्टिकल में लटकती पलकों की समस्या को रोकने और कम करने के घरेलू नुस्‍खों की सूची दी गई है।

खीरा

cucumber sagging eyelids inside

सिर्फ सलाद के लिए ही नहीं, खीरा लटकती पलकों के लिए एक बेहतरीन उपाय है। बस आपको अपनी पलकों के ऊपर कटे हुए खीरे के स्लाइस को रखना और उन्हें 15 से 20 मिनट तक रहने देना है। खीरा त्‍वचा को हाइड्रेट करने के लिए अच्छा होता है और त्वचा की दृढ़ता को बहाल करता है जो समय की आवश्यकता है। इसके अलावा खीरा पोटेशियम और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है जो कि ड्रोपिंग पलकों के इलाज में मदद करता है।से जरूर पढ़ें:आंखों के नीचे ढीली और लटकती त्वचा को इन 8 टिप्‍स से टाइट करें

भरपूर पानी पीना

जी हां यह सही है कि सभी परिस्थितियों में आपको अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने की आवश्यकता होती है और यह तभी हो सकता है जब आप रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। एक दिन में पर्याप्त पानी नहीं पीना पलकों के लटकने का कारण हो सकता है। इसलिए, ड्रॉपी पलकों की समस्या को रोकने के लिए रोजाना भरपूर पानी पिएं।

कैमोमाइल टी बैग

tea bags sagging eyelids inside

कैमोमाइल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो लटकती पलकों का इलाज करने में मदद करते हैं। इससे लाभ पाने के लिए कैमोमाइल टी बैग्स को कुछ देर के लिए फ्रिज में रखें और फिर इसे आंखों के ऊपर रखें। उन्हें 20 मिनट के लिए रखें। इसे अपनी नियमित दिनचर्या बनाकर, आप कुछ ही समय में लाभ देखना शुरू कर देंगी।

आप चाहे तो ग्रीन टी बैग्‍स का इस्‍तेमालकर सकती हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और एंटीऑक्सीडेंट हैं जो ड्रॉपी पलकों की समस्या का समाधान करने में मदद करते हैं। इसके अलावा ग्रीन टी में पॉलीफेनोल्स होते हैं जो त्वचा की लोच में सुधार करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी के पानी से अपनी पलकों की मालिश करें या लाभ पाने के लिए नियमित रूप से ग्रीन टी पिएं।

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बर्फ का पानी या क्यूब्स

ठंडा-ठंडा, कूल-कूल... यह लाइन न केवल चुभने वाले गर्मी के लिए, बल्कि लटकती पलकों का मुकाबला करने के लिए भी अच्छी है। अपने चेहरे को ठंडे बोतलबंद पानी या आइस क्‍यूब्‍स से धोएं। यह उस त्वचा को टाइट करने में मदद करेगा जिसने अपनी लोच खो दी है और लटकती पलक की समस्‍या को कम करेगा। आइस क्‍यूब्‍स, विशेष रूप से, ब्‍लड वेसल्‍स को संकुचित करते हैं, जो लटकती पलकों के प्रभाव को रोकता है।

अंडे का सफेद मास्क

egg white sagging eyelids inside

अंडे के सफेद हिस्से में प्राकृतिक एंजाइम होते हैं, जो सैगिंग (या ड्रॉपिंग) पलकों को रोकने में मदद करते हैं। यह पलकों की लोच में सुधार करनेमें भी मदद करता है, जिससे शिथिलता कम होती है। एक अंडा लें और उसमें से सफेद भाग निकाल लें। इसे अच्छी तरह से मिक्‍स करें और फिर इसे पलकों पर लगाएं। इसे सूखने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह बहुत जल्‍द राहत लाएगा और सैगिंग प्रभाव को कम करेगा।

घर का बना लोशन

अपनी आंखों को पुनर्जीवित करने के लिए, प्राकृतिक तत्व वही हैं जो आप गिन सकते हैं। ऐसा करने के लिए, 4 चम्मच सादा दही, 4 टेबलस्पून एलोवेरा जैल, 2 टेबलस्पून ओट्स और 5 छिलके वाली खीरे के स्लाइस को तब तक मिलाएं जब तक आपको स्‍मूथ और गाढ़ा पेस्ट न बन जाए। पलकों पर इस पेस्‍ट को लगाएं और इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से साफ कर लें।

ऑलिव ऑयल

oilve oil sagging eyelids inside  ()

ऑलिव ऑयल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो डोपिंग पलकों की समस्या का इलाज करने में मदद करते हैं। थोड़े से ऑलिव ऑयल को गरम करें। फिर इसके हल्‍का ठंडा होने के बाद इससे अपनी पलकों की मालिश करें और इसे रात-भर लगा रहने दें। इसे ठन्डे पानी से धो लें। यह तकनीक आपकी पलकों को फिर से जीवंत करने में मदद करेगी, साथ ही साथ त्वचा की लोच को बहाल करेगी। इसके अलावा, ऑलिव ऑयल त्वचा को नमीयुक्त रखने और ड्राईनेस को रोकने के लिए जाना जाता है।

इसे जरूर पढ़ें:डार्क सर्कल और लटकती त्वचा को एक हफ्ते में करें ठीक

इन उपायों को अपनाकर आप भी लटकती पलकों की समस्‍या से आसानी से बच सकती हैं। हालांकि यह उपाय पूरी तरह से नेचुरल चीजों से बने हैं और इनके कोई साइड इफेक्‍टृस नहीं हैं। लेकिन फिर भी इस्‍तेमाल करने से पहले एक बार पैच टेस्‍ट जरूर कर लें। ऐसा इसलिए क्‍योंकि हर किसी की त्‍वचा चीजों के प्रति अलग तरह से प्रतिक्रिया करती हैं। घरेलू नुस्‍खों से जुड़ी और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।

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हृदय रोग का सरल और आसान आयुर्वेदिक इलाज By वनिता कासनियां पंजाब'परिचय आयुर्वेद के अनुसार, हृदय रोग तीन दोषों के असंतुलन के कारण होता है: वात, पित्त और कफ। हृदय रोग के लिए आयुर्वेदिक उपचार आहार परिवर्तन, जीवनशैली में बदलाव और हर्बल सप्लीमेंट के संयोजन का उपयोग करके इस संतुलन को बहाल करने पर केंद्रित है।हृदय रोग क्या है?हृदय रोग एक सामान्य शब्द है जिसका उपयोग हृदय को प्रभावित करने वाली विभिन्न स्थितियों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। हृदय रोग को अक्सर हृदय रोग शब्द के साथ परस्पर उपयोग किया जाता है, जो उन स्थितियों को संदर्भित करता है जिनमें संकुचित या अवरुद्ध रक्त वाहिकाएं शामिल होती हैं जो दिल का दौरा, सीने में दर्द या स्ट्रोक का कारण बन सकती हैं।हृदय रोग कई प्रकार के होते हैं, और प्रत्येक के अपने लक्षण और उपचार होते हैं। जीवनशैली में बदलाव से हृदय रोग के कुछ रूपों को रोका जा सकता है, जैसे स्वस्थ आहार खाना, नियमित व्यायाम करना और तंबाकू के सेवन से बचना। हृदय रोग के अन्य रूपों में चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है।आयुर्वेद भारत की एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है जो स्वास्थ्य के लिए समग्र दृष्टिकोण का उपयोग करती है। आयुर्वेदिक चिकित्सकों का मानना ​​है कि अच्छा स्वास्थ्य मन, शरीर और आत्मा के संतुलन पर निर्भर करता है।हृदय रोग के इलाज के लिए आयुर्वेद का अपना अनूठा तरीका है। आयुर्वेदिक चिकित्सकों का मानना ​​है कि हृदय रोग शरीर के तीन दोषों: वात, पित्त और कफ में असंतुलन के कारण होता है। ये असंतुलन तनाव, खराब आहार, पर्यावरण में विषाक्त पदार्थों और आनुवंशिकी जैसे कारकों के कारण हो सकते हैं।हृदय रोग के लिए आयुर्वेदिक उपचार शरीर में संतुलन बहाल करने पर केंद्रित है।हृदय रोग का आयुर्वेदिक इलाजहृदय रोग के लिए कई सरल और आसान आयुर्वेदिक उपचार हैं। इनमें से कुछ में शामिल हैं:1. तुलसी: तुलसी एक भारतीय जड़ी बूटी है जिसे हृदय रोग के इलाज में बहुत प्रभावी दिखाया गया है। यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और एलडीएल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह परिसंचरण में सुधार और थक्के के गठन को रोकने में भी मदद करता है।2. लहसुन: लहसुन एक और जड़ी बूटी है जो हृदय रोग के इलाज में बहुत प्रभावी है. यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और एलडीएल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह परिसंचरण में सुधार और थक्के के गठन को रोकने में भी मदद करता है।3. गुग्गुल: गुग्गुल एक भारतीय जड़ी बूटी है जिसे हृदय रोग के इलाज में बहुत प्रभावी दिखाया गया है। यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और एलडीएल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह परिसंचरण में सुधार और थक्के के गठन को रोकने में भी मदद करता है।4. अदरक: अदरक एक और जड़ी बूटी है जो हृदय रोग के इलाज में बहुत प्रभावी है. यह परिसंचरण में सुधार, सूजन को कम करने और थक्कों के गठन को रोकने में मदद करता है।5. हल्दी: हल्दी एक और भारतीय जड़ी बूटी है जिसे हृदय रोग के इलाज में बहुत प्रभावी दिखाया गया है। यह परिसंचरण में सुधार करने में मदद करता हैहृदय रोग के लिए हर्बल उपचारहृदय रोग के लिए कई हर्बल उपचार हैं जिनका उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। इन जड़ी बूटियों का उपयोग हृदय रोग को रोकने और इलाज के लिए किया जा सकता है, और उनमें से कुछ हृदय रोग से होने वाले नुकसान को दूर करने में भी मदद कर सकते हैं।हृदय रोग के लिए आहारजब हृदय स्वास्थ्य की बात आती है, तो आप जो खाते हैं वह उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आप कितना व्यायाम करते हैं। हृदय रोग के लिए एक स्वस्थ आहार आपके दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। यहाँ हृदय-स्वस्थ आहार खाने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:1. खूब फल और सब्जियां खाएं।2. परिष्कृत अनाज पर साबुत अनाज चुनें।3. संतृप्त और ट्रांस वसा सीमित करें।4. दुबले प्रोटीन स्रोतों का सेवन करें।5. सोडियम का सेवन सीमित करें।इन आहार परिवर्तनों को करने से आपके हृदय रोग के जोखिम को कम करने और आपके संपूर्ण हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिल सकती है।हृदय रोग के लिए व्यायामयदि आपको हृदय रोग है, तो व्यायाम आपके दिमाग की आखिरी चीज हो सकती है। लेकिन नियमित शारीरिक गतिविधि आपके दिल के लिए अच्छी होती है। यह आपके दिल को मजबूत बनाता है और इसे बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है।व्यायाम आपके रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है। और यह आपके वजन को नियंत्रित करने में आपकी मदद करता है, जो महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिक वजन होने से हृदय रोग हो सकता है।धीरे-धीरे शुरू करें और हर हफ्ते आपके द्वारा किए जाने वाले व्यायाम की मात्रा को धीरे-धीरे बढ़ाएं। यदि आप कुछ समय से सक्रिय नहीं हैं, तो व्यायाम कार्यक्रम शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से जाँच करें।निष्कर्षआयुर्वेदिक दवा का उपयोग सदियों से हृदय रोग के इलाज के लिए किया जाता रहा है, और हाल के अध्ययनों से पता चला है कि यह लक्षणों के प्रबंधन और जटिलताओं के जोखिम को कम करने में प्रभावी हो सकता है। यदि आप अपने हृदय रोग के इलाज के लिए एक सरल और आसान तरीका खोज रहे हैं, तो इनमें से कुछ आयुर्वेदिक उपचारों को आजमाने पर विचार करें।

हृदय रोग का सरल और आसान आयुर्वेदिक इलाज By वनिता कासनियां पंजाब ' परिचय आयुर्वेद के अनुसार, हृदय रोग तीन दोषों के असंतुलन के कारण होता है: वात, पित्त और कफ। हृदय रोग के लिए आयुर्वेदिक उपचार आहार परिवर्तन, जीवनशैली में बदलाव और हर्बल सप्लीमेंट के संयोजन का उपयोग करके इस संतुलन को बहाल करने पर केंद्रित है। हृदय रोग क्या है? हृदय रोग एक सामान्य शब्द है जिसका उपयोग हृदय को प्रभावित करने वाली विभिन्न स्थितियों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। हृदय रोग को अक्सर हृदय रोग शब्द के साथ परस्पर उपयोग किया जाता है, जो उन स्थितियों को संदर्भित करता है जिनमें संकुचित या अवरुद्ध रक्त वाहिकाएं शामिल होती हैं जो दिल का दौरा, सीने में दर्द या स्ट्रोक का कारण बन सकती हैं। हृदय रोग कई प्रकार के होते हैं, और प्रत्येक के अपने लक्षण और उपचार होते हैं। जीवनशैली में बदलाव से हृदय रोग के कुछ रूपों को रोका जा सकता है, जैसे स्वस्थ आहार खाना, नियमित व्यायाम करना और तंबाकू के सेवन से बचना। हृदय रोग के अन्य रूपों में चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है। आयुर्वेद भारत की एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है जो स्वास्थ्...

गर्मी में ग्लिसरीन कैसे लगाएं? जानें स्किन को इससे मिलने वाले फायदे By वनिता कासनियां पंजाब गर्मियों में ग्लिसरीन स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसे आप अपने डेली स्किन केयर में शामिल कर सकते हैं। तेज गर्मी और लू के कारण आपकी स्किन ड्राई होने लगती है और उसका सीधा असर आपके चेहरे पर दिखता है। फिर चाहे आपके नैन नक्श कितने भी सुंदर हो लेकिन आपकी स्किन ड्राई और टैन से भरी हुई नजर आती है। गर्मी के मौसम में चेहरा झुलसा हुआ और रैशेज से भरा हुआ दिखाई देता है। गर्मी और पसीना आपकी खूबसूरती को खराब कर सकता है। फिर मेकअप भी आपके चेहरे पर अधिक देर तक टिक नहीं पाता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आपको गर्मी के मौसम में ग्लिसरीन का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि आपकी स्किन मुलायम और ग्लोइंग नजर आए। ग्लिसरीन आपकी त्वचा को कई तरह लाभ पहुंचा सकता है। यह स्किन को अंदर से पोषण प्रदान करता है और उन्हें सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाता है। 1. अगर आपकी स्किन गर्मी में रूखी और बेजान नजर आ रही है, तो आप ग्लिसरीन की कुछ बूंदें कॉटन में डालकर इसे अपने चेहरे पर लगा सकते हैं। यह स्किन को मुलायम और ग्लोइंग बनाता है। 2. गर्मियों में आप ग्लिसरीन का इस्तेमाल टोनर के रूप में कर सकते हैं। इससे स्किन साफ और टोन नजर आती है। आप गर्मियों में भी खूबसूरत और तरोताजा नजर आते हैं। इसके लिए आप ग्लिसरीन और गुलाब जल का टोनर तैयार कर सकते हैं। यह चेहरे को अंदर से साफ करता है। ऑयली स्किन पर आप टोनर का दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं। 3.चेहरे को अच्छी तरीके से साफ करने के लिए आपको क्लींजर की जरूरत पड़ती है। अगर आप चाहे तो घर पर ही ग्लिसरीन और शहद की मदद से क्लींजर बना सकते हैं। इससे स्किन अंदर से हाइड्रेट और नमीयुक्त रहती है। इसके लिए आप आधा चम्मच ग्लिसरीन और आधा चम्मच शहद मिला लें। आप चाहे तो इसे बॉटल में स्टोर कर सकते हैं और मेकअप हटाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। 4. कील-मुहांसों हटाने के लिए आफ ग्लिसरीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे स्किन के दाग-धब्बे दूर हो सकते हैं। इसके लिए आप ग्लिसरीन, नींबू और गुलाब जल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे स्किन बेदाग और निखरी नजर आ सकती है। 5. स्किन इंफेक्शन को दूर रखने में भी ग्लिसरीन आपकी मदद कर सकता है। दरअसल इसमें एंटीबैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं, जो आपकी स्किन के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। रात को सोने से पहले आप गुलाब जल से अपनी स्किन को साफ करके ग्लिसरीन लगा सकती है। इससे स्किन को भी आराम मिलता है। glycerin-benefitsImage Credit- Freepikइन तरीकों से भी कर सकते हैं इस्तेमाल1. ग्लिसरीन और गुलाब जल आपकी स्किन को धूप में जलने से भी बचाता है और स्किन टैन फ्री नजर आती है। इसके लिए आप केला, दही और ग्लिसरीन का पैक बना सकते हैं। 2. अगर आपकी स्किन बहुत चिपचिपी है, तो आप एलोवेरा जेल के साथ कुछ बूंदें ग्लिसरीन की मिलाकर लगा सकते हैं। इससे आपकी स्किन को काफी राहत मिलती है। 3. ग्लिसरीन में एंटी एजिंग प्रोपर्टीज पाई जाती है जो कि चेहरे को ग्लोइंग करने में मदद करती है साथ ही चेहरे की झुर्रियों को कम करती है।4. ऑयली स्किन वाले लोग ग्लिसरीन को एक क्लींजर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे एक्ने की समस्या खत्म हो सकती है। 5. इसे आप रात को सोने से पहले पूरी शरीर पर लगा सकते हैं। How to apply glycerin in summer? Know the benefits of this for the skinBy Vnita Kasniya PunjabGlycerin is very beneficial for the skin in summer. You can include it in your daily skin care.

गर्मी में ग्लिसरीन कैसे लगाएं? जानें स्किन को इससे मिलने वाले फायदे By वनिता कासनियां पंजाब गर्मियों में ग्लिसरीन स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसे आप अपने डेली स्किन केयर में शामिल कर सकते हैं।  तेज गर्मी और लू के कारण आपकी स्किन ड्राई होने लगती है और उसका सीधा असर आपके चेहरे पर दिखता है। फिर चाहे आपके नैन नक्श कितने भी सुंदर हो लेकिन आपकी स्किन ड्राई और टैन से भरी हुई नजर आती है। गर्मी के मौसम में चेहरा झुलसा हुआ और रैशेज से भरा हुआ दिखाई देता है। गर्मी और पसीना आपकी खूबसूरती को खराब कर सकता है। फिर मेकअप भी आपके चेहरे पर अधिक देर तक टिक नहीं पाता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आपको गर्मी के मौसम में ग्लिसरीन का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि आपकी स्किन मुलायम और ग्लोइंग नजर आए। ग्लिसरीन आपकी त्वचा को कई तरह लाभ पहुंचा सकता है। यह स्किन को अंदर से पोषण प्रदान करता है और उन्हें सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाता है।  1. अगर आपकी स्किन गर्मी में रूखी और बेजान नजर आ रही है, तो आप ग्लिसरीन की कुछ बूंदें कॉटन में डालकर इसे अपने चेहरे पर लगा सकते हैं। यह स्किन को मुलायम और ग्लो...